आज शिक्षक दिवस है। अफगानिस्तान में तालिबान से संबंधित खबरें सुर्खियां बन रही हैं। और खेल जगत में भारत ने काफी कुछ कमाल कर दिखाया है। इसलिए आज के अखबारों पर एक नजर डालते हैं और देखते हैं कि किस अखबार ने किस खबर को प्राथमिकता दी है। तो शुरू करते हैं।
पंजशीर कब्जाने पर फायरिंग, सत्तर की मौत। यह शीर्षक नवभारत टाइम्स के पहले पन्ने की लीड का है। तालिबान ने दावा किया था कि उसने पंजशीर पर कब्जा कर लिया है। लेकिन नार्दर्न एलायंस ने उसके दावे को झूठा करार दिया है। इसी प्रकार तोक्यो में बरसा सोना, शूटर नरवाल और शटलर भगत ने झटके गोल्ड मेडल नवभारत टाइम्स के पहले पन्ने की दूसरी लीड खबर है।
दीदी को राहत, भवानीपुर में 30 सितंबर को होगा उपचुनाव शीर्षक खबर नवभारत टाइम्स के पहले पन्ने पर है। पीएम मोदी के अमेरिका जाने की खबर फोल्डर पर नजर आ रही है।
अब बात करते हैं दैनिक जागरण की। इस अखबार में भी तालिबान की खबर पहले पन्ने की लीड है। शीर्षक है जश्न में तालिबान ने मारे 70 लोग। दूसरी लीड के स्थान पर फीचर फोटो लगाई गई है, जिसमें उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री आदित्यनाथ योगी नाव से बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का दौरा करते नजर आ रहे हैं। इस अखबार में खेल की खबर फोल्डर पर नजर आ रही है।
दैनिक हिंदुस्तान के पहले पन्ने की लीड है आईएसआई प्रमुख तालिबान के मेहमान। इस अखबार ने खेल की खबर को दूसरी लीड बनाया है। दिल्ली में एक सौ बाइस अध्यापकों को राज्य शिक्षक अवार्ड मिलेगा और पीएम मोदी की अमेरिका यात्रा से संबंधित खबर भी पहले पन्ने पर है।
अमर उजाला ने पैरालंपिक की खबर को लीड बनाया है। तालिबान से संबंधित खबर दूसरी लीड है। भारत के हवाले से शीर्षक है पाकिस्तान ने तालिबान को पाला पोसा और उसने निर्वाचित सरकार गिराई।
दैनिक भास्कर ने लीक से हट कर शिक्षक दिवस की खबर को पहले पन्ने की आठ कॉलम बैनर लीड बनाया है। उसने लिखा है जीवन ईश्वर देता है मगर जीना शिक्षक ही सिखाते हैं। इसलिए आज सबसे पहले गुरु को नमन। यह खबर दैनिक भास्कर के एक सर्वे पर आधारित है।
यह लूट नहीं, डकैती है। यह शीर्षक लाल रंग से हरिभूमि के पहले पन्ने पर बैनर लीड की शोभा में चार चांद लगा रहा है। खबर में बताया गया है कि दो सौ छाछठ रुपये वाला यूरिया छह सौ रुपये में बिक रहा है। ऐसे हालात छत्तीसगढ़ के ज्यादातर जिलों में।
खाद की बात से याद आया कि किसानों की चर्चा तो किसी अखबार ने पहले पन्ने पर की ही नहीं। जबकि आज किसान आंदोलन की बहुत बड़ी खबर है। उत्तर प्रदेश से खबर है कि मुजफ्फरनगर में आज किसानों की महापंचायत। पहुंचेंगे पांच लाख अन्नदाता। अलर्ट पर पुलिस।
जाहिर है कि देश के लगभग सभी अखबारों ने इस खबर को छिपाने की कोशिश की है। आखिर पांच लाख लोगों के जमावड़े की खबर अखबारों ने पहले पन्ने पर क्यों नहीं दी? इस पर आप अपने विचार कमेंट सेक्शन में साझा कर सकते हैं।