नमस्कार दोस्तो। इंफोपोस्ट न्यूज हिंदी समाचारों पर आधारित एक ऐसा पोर्टल है जिसमें आपको कहानी के रूप में जानकारियां उपलब्ध कराई जाती हैं। ताकि आपको अपने आस पास के माहौल का सहज ही बोध हो सके। हमारा बाजार काफी विकसित हो चुका है। मार्केट में इतने ज्यादा प्रोडक्ट हैं कि उनके नाम याद रख पाना भी मुश्किल होता है।
ऐसे में हम सरल हिंदी में बाजार में उपलब्ध उत्पादों की जानकारी देते हैं। स्मार्ट फोन की बात करें तो एक फोन पुराना भी नहीं हो पाता कि कोई न कोई नया स्मार्ट फोन बाजार में आ जाता है। ऐसे में नया स्मार्ट फोन खरीदते समय आप आसानी से तय नहीं कर पाते कि कौन सा फोन खरीदना है। इसलिए हम स्मार्ट फोन के बारे में विस्तार से जानकारी देते हैं।
मेरी कहानी (My Story)
पत्रकारिता के क्षेत्र में मेरी कहानी प्रयागराज से शुरू होती है। वहां मैं श्रीकांत सिंह एक कवि के रूप में थोड़ा लोकप्रिय हो पाया। लेकिन पत्रकारिता के क्षेत्र में लंबे समय से काम कर रहा हूं। मैं उत्तर प्रदेश के सुलतानपुर जिले का मूल निवासी हूं। प्रयागराज में इलाहाबाद विश्वविद्याय से दर्शन शास्त्र में एमए किया। नौकरी की खोज में शुरुआत प्रयागराज टाइम्स और दैनिक आज से की। अच्छी नौकरी की तलाश में दिल्ली पहुंच गया और अब नोएडा में रह रहा हूं। कुछ दिन बंदे मातरम और पांचजन्य में भी काम किया। निष्पक्ष भारती नामक मासिक पत्रिका में संपादक रहा। कुछ दिन दूरदर्शन के लिए काम करने वाले प्रोडक्शन हाउस सिने इंडिया इंटरनेशनल में काम करने का मौका मिला।
इस बीच आल इंडिया रेडियो पर कविता पाठ करने और वरिष्ठ नागरिकों का इंटरव्यू करने के मौके मिलते रहे। मेरी कविताएं प्रतिष्ठित पत्र पत्रिकाओं में प्रकाशित होती रहती हैं। हिंदी साहित्य की सुप्रसिद्ध हस्ताक्षर रहीं महीयसी महादेवी वर्मा और कई अन्य प्रतिष्ठित लोगों ने भी मेरी कविताओं को लिखित रूप में सराहा था।
इसी बीच मुझे दुनिया में सबसे ज्यादा पढ़े जाने वाले हिंदी दैनिक अखबार दैनिक जागरण की नोएडा यूनिट में काम करने का मौका मिला। वहां 25 वर्षों तक हिंदी पत्रकारिता की सेवा की। मुझे राष्ट्रीय, स्थानीय, खेल और बिजनेस डेस्क पर काम करने का मौका मिला। पुस्तकें पढ़ने में मेरी विशेष रुचि रही है। कई वर्षों तक मैंने प्रतिष्ठित कादंबिनी हिंदी पत्रिका के लिए पुस्तक समीक्षाएं लिखी। दैनिक जागरण में समय समय पर मुझे पदोन्नति मिलती रही।
मुख्य उपसंपादक पद तक का सफर तय करते हुए मैंने इस अखबार के लिए स्पॉट रिपोर्टिंग भी की। संस्थान की ओर से मुझे समय समय पर हरियाणा और जम्मू कश्मीर में काम करने के लिए भेजा गया। दैनिक जागरण के अलावा मैंने कुछ छोटे अखबारों के लिए भी काम किया। हिंदी पाक्षिक समाचार पत्रिका ओपिनियन पोस्ट में मुझे समाचार संपादक के रूप में कार्य करने का मौका मिला। अब मैं अपना न्यूज पोर्टल और यूट्यूब चैनल इंफोपोस्ट न्यूज चला रहा हूं।
मैंने क्यों की इंफोपोस्ट न्यूज की शुरुआत?
पत्रकारिता के लंबे अनुभव के बाद मुझे महसूस हुआ कि मुख्य धारा के मीडिया में लोगों के लिए उपयोगी जानकारियों का सर्वथा अभाव रहता है। वहां सामग्री की गुणवत्ता की भी कमी मुझे खटकती रही। हिंदी भाषा की वर्तनी की बात करें तो ऐसे बहुत कम मीडिया हाउस मिलेंगे जहां वर्तनी की शुद्धता पर ध्यान दिया जाता हो। कुछ व्यावसायिक बाध्यताओं की वजह से मुख्य धारा के मीडिया में साहित्य, कला, संस्कृति और जनसरोकारों से संबंधित सामग्री सिमटने लगी। इसी कमी को पूरा करने के लिए एक छोटे से प्रयास की परिणति है इंफोपोस्ट न्यूज।
इंफोपोस्ट न्यूज से कैसे जुड़ सकते हैं आप?
अपनी अभिरुचि के अनुसार आप इंफोपोस्ट न्यूज से कई रूपों में जुड़ सकते हैं। मुख्य रूप से आप इंफोपोस्ट न्यूज के जागरूक पाठक बन सकते हैं। उसके लिए कोई शुल्क नहीं है। इंफोपोस्ट न्यूज मुफ्त में पाठ्य सामग्री उपलब्ध कराता है। हमारी सकारात्मक पत्रकारिता को आप अपने आलेख, रिपोर्टिंग, वीडियो आदि से समृद्ध कर सकते हैं। आप हमारे यूट्यब चैनल @infopostnews को सब्सक्राइब कर इसे बड़ा बनाने में सहयोग कर सकते हैं।
अगर आपको मार्केटिंग क्षेत्र की जानकारी है तो आप इंफोपोस्ट न्यूज के लिए विज्ञापन की व्यवस्था कर सकते हैं। उसमें आपको भी आर्थिक आय हो सकती है। अगर आप तकनीकी क्षेत्र से हैं तो इंफोपोस्ट न्यूज के लिए अपनी एसईओ सेवा उपलब्ध करा सकते हैं। यदि आप आर्थिक रूप से अधिक मजबूत हैं तो इंफोपोस्ट न्यूज के अबाध संचालन के लिए हमें दान या चंदा दे सकते हैं।
यह आप पर निर्भर करता है कि आप इंफोपोस्ट न्यूज से किस रूप में जुड़ना चाहते हैं। क्योंकि हमारे यहां हर वर्ग, समुदाय और समाज के लिए दरवाजा खुला है। यदि आप इंफोपोस्ट न्यूज से जुड़ना चाहते हैं तो infopost.org@gmail.com पर अपने बारे में पूरी जानकारी मेल कर सकते हैं। हम खुद आप से संपर्क स्थापित कर लेंगे। जय हिंद। वंदे मातरम।