Agnipath Recruitment Process: “अग्निपथ” भर्ती योजना के तहत साढ़े सात लाख लोगों ने आवेदन कर दिया है। भारतीय नौसेना में अग्निपथ भर्ती योजना के पहले बैच में 20 प्रतिशत उम्मीदवार महिलाएं होंगी। योजना के खिलाफ हिंसक विरोध और आगजनी करने वालों को इसमें शामिल नहीं किया जाएगा।
Agnipath Recruitment Process: “अग्निपथ” पंजीकरण प्रक्रिया पूरी
आईपी डेस्क
नई दिल्ली। Agnipath Recruitment Process: भारतीय वायु सेना में “अग्निपथ” भर्ती योजना के तहत साढ़े लाख आवेदन प्राप्त हुए हैं। पंजीकरण प्रक्रिया 24 जून से शुरू हुई और मंगलवार को समाप्त हो गई।
पिछले 14 जून को घोषित योजना के विरोध में एक सप्ताह तक कई राज्यों में हिंसक विरोध प्रदर्शन हुए। विभिन्न विपक्षी दलों ने इसे वापस लेने की मांग की। लेकिन वायुसेना ने ट्वीट किया, ”अग्निपथ भर्ती योजना के लिए आईएएफ की ओर से आयोजित ऑनलाइन पंजीकरण प्रक्रिया पूरी हो गई है।
आयु सीमा इस साल के लिए 23 वर्ष
अग्निपथ योजना की घोषणा 14 जून को की गई थी। साढ़े 17 साल से 21 साल के बीच के युवाओं को केवल चार वर्ष के लिए सेना में भर्ती करने का प्रावधान है। चार साल बाद केवल 25 प्रतिशत युवाओं की सेवा नियमित की जाएगी। विरोध प्रदर्शन के बाद सरकार ने 2022 में भर्ती के लिए ऊपरी आयु सीमा को इस साल के लिए बढ़ाकर 23 वर्ष कर दिया है।
कुछ भाजपा शासित राज्यों ने घोषणा की थी कि अग्निपथ योजना के तहत सशस्त्र बलों में शामिल सैनिकों को राज्य पुलिस बलों में भर्ती के लिए प्राथमिकता दी जाएगी। लेकिन सशस्त्र बलों के मुताबिक योजना के खिलाफ विरोध और आगजनी करने वालों को शामिल नहीं किया जाएगा।
नौसेना के पहले बैच में 20 प्रतिशत उम्मीदवार महिलाएं
भारतीय नौसेना के लिए अग्निपथ भर्ती योजना के पहले बैच में 20 प्रतिशत उम्मीदवार महिलाएं होंगी। उन्हें नेवी के विभिन्न हिस्सों और शाखाओं में पोस्टिंग दी जाएगी। भारतीय नौसेना इस साल तीन हजार अग्निवीरों को शामिल करने की तैयारी में है।
विशेष रूप से पहली जुलाई से इंडियन नेवी ने पहले बैच के लिए भर्ती प्रक्रिया शुरू की थी। लगभग 10 हजार महिलाओं ने कथित तौर पर पंजीकरण कराया है। रजिस्ट्रेशन के बाद नौसेना के लिए ऑनलाइन आवेदन प्रक्रिया 15 जून से 30 जुलाई तक चलेगी।
महिला और पुरुष दोनों को भर्ती में शामिल किया जाएगा। नौसेना के पास वर्तमान में 30 महिला अधिकारी हैं। तय किया गया है कि अग्रिपथ योजना के तहत महिलाओं की भी भर्ती की जाएगी। उन्हें युद्धपोतों पर भी तैनात किया जाएगा।