Assault on woman: सीतामढ़ी के बेल गांव में दबंगों ने महिला पर हमला किया था। इंफोपोस्ट न्यूज पर खबर प्रसारित हुई तो हमलावरों पर केस दर्ज कर लिया गया। इसी बात से हमलावर बौखला गए हैं। तभी तो वे चश्मदीद गवाह को धमकियां दे रहे हैं, जिसकी रिपोर्ट साइबर पुलिस में दर्ज की गई है।
Assault on woman: बैरगिनिया थाने में हमलावरों पर दर्ज हो चुका है केस
सुधांशु रंजन, मोतिहारी
Assault on woman: इंफोपोस्ट न्यूज पर खबर प्रसारित होने के बाद सीतामढ़ी के बेल गांव में महिला के हमलावरों पर केस दर्ज होने से वे बौखला गए हैं। अब वे महिला के साथ-साथ चश्मदीद गवाह को धमकियां दे रहे हैं, जिसकी रिपोर्ट साइबर पुलिस में दर्ज की गई है।
नेशनल साइबर पुलिस ने साइबर टेरेरिज्म के तहत केस को स्वीकार किया है और जांच शुरू कर दी है। फोन पर धमकी देने वाले पर अब गिरफ्तारी की तलवार लटक गई है। उधर, पीड़ित महिला का कहना है कि चाहे उसकी जान क्यों न चली जाए, वह केस वापस नहीं लेगी। दबंगों को वह सबक सिखा कर रहेगी।
बता दें कि दबंगों पर केस दर्ज होने के बाद गांव में लोगों में खुशी की लहर दौड़ गई थी। लोग यह कहते सुने गए थे कि न्याय की जीत हुई है।
भाजपा नेता अब्दुल रहमान बोले, कड़ी कार्रवाई करे पुलिस
भाजपा के राष्ट्रीय नेता अब्दुल रहमान ने कहा कि पत्रकारों पर अत्याचार बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। धमकी देने वालों पर तुरंत कड़ी से कड़ी कार्रवाई होनी चाहिए।
धमकी 7366903320 नंबर से मिली
इस घटना के चश्मदीद गवाह दैनिक जागरण दिल्ली के पूर्व संपादक और इंफोपोस्ट न्यूज दिल्ली के वरिष्ठ राष्ट्रीय पत्रकार ओम वर्मा ने बताया कि बेल गांव के दबंग उन्हें टारगेट कर रहे हैं, ताकि वे गवाही न दे पाएं।
उन्होंने कहा, मेरे मोबाइल नंबर 9958337640 पर 7366903320 से कॉल कर धमकी दी गई। फोन करने वाले ने कहा कि गवाही से हट जाओ नहीं तो अंजाम बुरा होगा। इससे पहले 7488083256 से वाट्सएप कॉल भी किया गया, जिसे मैंने रिसीव नहीं किया।
जदयू नेता अमरेंद्र सिंह बोले, पत्रकार को धमकी बर्दाश्त नहीं
जदयू के फायर ब्रांड नेता अमरेंद्र सिंह का कहना है कि पत्रकार को धमकी देना कानून का उल्लंघन है। बिहार में यह सब नहीं चलेगा। बिहार में नीतीश कुमार का सुशासन है। पुलिस कड़ी कार्रवाई करे।
लाठी-डंडों से किया था महिला पर हमला
सीतामढ़ी के बैरगिनिया थाना क्षेत्र के बेल गांव में 14 अप्रैल की सुबह करीब 11 बजे पूर्वी चंपारण जिले के ढाका निवासी मृत्युंजय कुमार के इशारे पर गांव के शैलेंद कुमार झा और इनके चार-पांच गुर्गे पीजी की छात्रा निवेदिता कुमारी के घर के कैंपस में घुसे। ये सभी लाठी-डंडों और चाकुओं से लैस थे। हथियार लहराते हुए कैंपस में घुसते ही दबंगों ने गाली गलौज करते हुए बरामदे पर बैठी निवेदिता कुमारी से मारपीट शुरू कर दी।
इस बीच शैलेंद्र झा चाकू से वार करने के लिए आगे बढ़ा ही था कि इससे पहले दबंगों से चंगुल से खुद को किसी तरह छुड़ा कर महिला घर के अंदर भागी और लोहे का दरवाजा बंद कर लिया। हमले में महिला को काफी चोटें आई थीं। उनका इलाज कराया गया था।
खतरनाक थे हमलावरों के इरादे
महिला की चीख पुकार सुनकर उनके पति धनंजय झा अपने कमरे से बाहर निकले, लेकिन हमलावरों के खतरनाक इरादों को देखते हुए महिला ने उनको बाहर नहीं जाने दिया। हमलावर कुछ देर तक लोहे के गेट को खुलवाने का प्रयास करते रहे। अंत में भाग खड़े हुए।
इससे पहले महिला ने अंदर से पुलिस की चेतावनी दी तो हमलावरों ने कहा, हमलोग बैरगिनया थाना को एक लाख रुपये में खरीद चुके हैं। तुम्हें मार कर यहीं गाड़ देंगे तो कोई गवाही देने तक नहीं आएगा। हम लोग बैरगिनिया थाना प्रभारी रणवीर कुमार को जो बोलेंगे, वो वही करेगा। सभी हमलावरों के खिलाफ 341, 323, 448, 504, 506, 34 सहित विभिन्न धाराओं के तहत हमलावरों के खिलाफ केस दर्ज किया गया है।
हमला 17 फरवरी को भी हुआ था
महिला पर इसी साल 17 फरवरी को भी इन्हीं दबंगों ने हमला किया था और मारपीट कर घर से भगा दिया था। तब महिला ने प्रधानमंत्री कार्यालय यानी पीएमओ को शिकायत की थी। पीएमओ ने बिहार सरकार को कार्रवाई करने के लिए कहा था।
अनुमंडलीय लोक शिकायत निवारण पदाधिकारी ने शिकायत सुनी और महिला के पक्ष में फैसला दिया। तब महिला वापस अपने घर में रहने लगी। इसके बाद भी दबंग बाज नहीं आए। 14 अप्रैल को दोबारा हमला कर दिया।
जान की रक्षा की गुहार
Assault on woman: 28 वर्षीय इस महिला ने पुलिस से अपनी और परिवार की जान की रक्षा की गुहार लगाई है। साथ ही गवाह को भी सुरक्षा देने की मांग की है। महिला का कहना है कि वह स्नातकोत्तर की छात्रा है। वह पढ़ाई करती है। साथ ही प्राइवेट स्कूल में पढ़ाती भी है। उसके तीन छोटे बच्चे हैं। गांव के दबंग उसे गांव से भगाना चाहते हैं और उसके घर पर कब्जा करना चाहते हैं।
इंफोपोस्ट न्यूज ने सबसे पहले महिला पर हुए अत्याचार की खबर ब्रेक की और इस मसले को जोरशोर से उठाया। इस समाचार को पटना में बैठे बिहार सरकार के बड़े अधिकारियों ने भी देखा। इसके बाद सीतामढ़ी पुलिस प्रशासन हरकत में आया। बिहार से हमारे विशेष संवाददाता और वरिष्ठ पत्रकार ओम वर्मा ने इस खबर को कवर किया था।