
Brainstorming: रवा राजपूत सभा के विचार मंथन कार्यक्रम में लोगों ने आम राय बनाई है। भोजपुर गांव स्थित कृषक भारतीय इंटर कालेज के प्रांगण में आयोजित कार्यक्रम में जनपद बिजनौर के अलावा मुजफ्फरनगर, नोएडा और बड़ौत से आए स्वजातीय बंधुओं ने विचार साझा किए।
Brainstorming: विचार मंथन कार्यक्रम आयोजित
पवन कुमार
किरतपुर (भोजपुर)। Brainstorming: किरतपुर थानांतर्गत भोजपुर गांव के कृषक भारती इंटर कॉलेज में रवा राजपूत सभा ने रवा राजपूत समाज को ओबीसी में शामिल करने को लेकर विचार मंथन कार्यक्रम आयोजित किया। कार्यक्रम की अध्यक्षता सभा के अध्यक्ष शिव कुमार और संचालन श्रवण कुमार ने किया।
कार्यक्रम में जनपद बिजनौर के अलावा, मुजफ्फरनगर, बड़ौत, नोएडा और दिल्ली से भी स्वजातीय बंधुओं ने आकर अपने विचार व्यक्त किए। समाज के पहचान न बना पाने की टीस उभर कर सामने आई।
पिछड़ों में शामिल होने की पैरवी
समाज के शिक्षा में अग्रणी होने के बावजूद रोजगार के मामले में पीछे होने का कारण आरक्षण न मिलना बताया गया। सामाजिक, राजनीतिक और आर्थिक रूप से पिछड़े होने की बात स्वीकारते हुए वक्ताओं ने समाज के पिछड़ों में शामिल होने की पैरवी की।
वक्ताओं का कहना था कि पिछड़ों में शामिल होने के बाद न केवल समाज के युवाओं को आगे आने का मौका मिलेगा बल्कि सामाजिक और राजनीतिक रूप से भी समाज की पूछ होगी।
विधायक या सांसद न होने की टीस
बिजनौर, मुजफ्फरनगर, बड़ौत और मेरठ में रवा राजपूतों की काफी तादाद होने के बावजूद कोई विधायक या सांसद न होने की टीस न केवल वक्ताओं बल्कि श्रोताओं में भी दिखाई दी।
वक्ताओं का कहना था कि समाज को पिछड़ों में शामिल होने के लिए और आरक्षण प्राप्त करने के लिए यदि आंदोलन की भी जरूरत पड़े तो वह भी करना चाहिए।
मौका चूके तो कोसेगी नई पीढ़ी
वक्ताओं ने इस बात पर विशेष जोर दिया कि यदि यह मौका समाज चूक गया तो आने वाली पीढ़ी कोसेगी और यदि यह समय भुना लिया तो आने वाली पीढ़ी उन पर गर्व करेगी।
कार्यक्रम के अंत में मंच से हाथ उठाकर पिछड़ों में शामिल होने और न होने के लिए उपस्थित लोगों से पूछा गया तो सर्वसम्मति से रवा राजपूत समाज को ओबीसी में शामिल होने का निर्णय लिया गया।
जगह जगह से आए वक्ता
मुख्य वक्ताओं में ओमिलाल (बड़ौदा), शुशील कुमार (रुकनपुर), चरण सिंह (नोएडा), बिट्टू (तिगरी), परलाद कुमार (जानसठ), अतर सिंह (गन्धेडी), महेश प्रधान (बड़ौदा), पवन सिंह (बड़ौदा), दिनेश सिंह (लायकपुरी), हितेश कुमार (नजीबाबाद), अशोक कुमार (धामपुर), कुलदीप आर्य (भोजपुर) शामिल थे।
जय प्रकाश (भोजपुर), मा जय प्रकाश (खऱी), घनश्याम लाल (हुसैनपुर), नंद राम (नजीबाबाद), अरविन्द कुमार (शाहपुर सुक्खा), मीतेन्द्र (शाहपुर सुक्खा), विनीत कुमार (बिजनौर) ने भी विचार व्यक्त किए।