
न्यूज डेस्क, सियोल। कोरोना वायरस के संक्रमण से बचाव के लिए उत्तर कोरिया ने हिंसक और बर्बर तरीका अपनाया है। वहां दूसरे देश के नागरिक को देखते ही गोली मार देने का आदेश है। इसी आदेश के अनुपालन में दक्षिण कोरिया के एक अधिकारी की गोली मार कर हत्या कर दी गई। यही नहीं, उसके शव को तेल में डुबाने के बाद आग के हवाले कर दिया गया।
इसी संदर्भ में उत्तर कोरिया के नेता किम जोंग उन ने दक्षिण कोरिया के अधिकारी की गोली मारकर हत्या किए जाने पर शुक्रवार को कहा कि इस अप्रत्याशित और दुर्भाग्यपूर्ण घटना को लेकर उन्हें बहुत अफसोस है।
दक्षिण कोरिया के राष्ट्रपति मून जे-इन
दरअसल, दक्षिण कोरिया के राष्ट्रपति मून जे-इन ने कहा था कि उत्तर कोरिया द्वारा दक्षिण कोरिया के अधिकारी की हत्या करना ‘चौंकाने वाली’ और ‘अप्रिय’ घटना थी। राष्ट्रपति की यह टिप्पणी उस दर्दनाक घटना को लेकर आई है, जिसमें उत्तर कोरियाई सैनिकों ने दक्षिण कोरिया के एक फिशरीज ऑफिसर की गोली मारकर हत्या कर दी थी।
यह अधिकारी इसी सप्ताह लापता हो गया था। कोरोना वायरस प्रकोप को रोकने के लिए अधिकारी के शरीर को उत्तर कोरियाई अधिकारियों ने पहले तेल में डुबोया और फिर आग के हवाले कर दिया था। सेना ने कहा कि उसने बुधवार को सीमा पार उत्तर कोरिया को एक संदेश भेजा है और मामले में स्पष्टीकरण की मांग की है, लेकिन इस पर अभी तक कोई प्रतिक्रिया नहीं मिली है।
कोरोना वायरस फैलने की आशंका
बता दें कि उत्तर कोरिया के अधिकारियों ने पहले ही कोरोना वायरस फैलने की आशंकाओं को देखते हुए उत्तर कोरिया के कैसॉन्ग शहर से लगती सीमा को बंद कर दिया था। ऐसा इसलिए किया गया क्योंकि तीन साल पहले उत्तर कोरिया का एक व्यक्ति पड़ोसी देश दक्षिण कोरिया चला गया था और फिर भागकर देश वापस आ गया था।
कथित तौर पर उत्तर कोरियाई अधिकारियों को देश में कोरोना वायरस के प्रवेश को रोकने के लिए शूट-टू-किल ऑर्डर जारी किए गए हैं। उत्तर कोरिया ने वायरस के प्रकोप को रोकने के लिए जनवरी में ही चीन से लगी अपनी सीमा को बंद कर दिया था।
माना जा रहा है कि पिछले सप्ताह हुई अधिकारी की हत्या के बाद दक्षिण कोरिया के राष्ट्रपति मून जे एन के तल्ख रवैये में भी नरमी आएगी। मून के सलाहकार सुह हून ने उत्तर कोरियाई नेता के संदेश का हवाला देते हुए कहा, ‘कॉमरेड किम जोंग उन ने राष्ट्रपति मून जे इन और दक्षिण कोरिया की जनता से इस अप्रत्याशित और दुर्भाग्यपूर्ण घटना को लेकर अफसोस प्रकट किया है।’