
Corruption charges: भोले भाले किसानों की जमीन पर भूमाफिया किस कदर कब्जा कर रहे हैं, इसका एक जीता जागता उदाहरण सामने आया है। और तो और, इस संदर्भ में प्रशासनिक अधिकारियों पर भी गंभीर आरोप लगाए जा रहे हैं। आरोपी की प्रेसवार्ता पर आधारित एक रिपोर्ट।
Corruption charges: धरातल पर माफ़िया राज कायम!
इंफोपोस्ट न्यूज
नोएडा। Corruption charges: एक पीड़ित ने प्रेस वार्ता आयोजित कर एसडीएम दादरी पर भ्रष्टाचार के गंभीर आरोप लगाए हैं। उसने कहा कि सरकार अपराध और माफ़ियाराज से मुक्ति की कल्पना भले ही करती हो, लेकिन धरातल पर माफ़िया राज कायम है।
पीड़ित सुरेंद्र यादव ने एसडीएम दादरी पर भ्रष्टाचार में लिप्त होने का आरोप लगाते हुए कहा, कोविड-19 में तहसील दादरी में 2020 प्रतिनियुक्त एसडीएम दादरी ने अपने अधिकार क्षेत्र और न्याय क्षेत्र से ऊपर उठ कर विवेक दहिया बनाम देवदत्त शर्मा प्रकरण में ग्राम हैबतपुर के खसरा संख्या 329 के बजाय 327 और 330 पर जबरन प्रशासनिक हस्ताक्षेप कर कब्जा करवा दिया था।
उच्च न्यायालय का आदेश
पीड़ित ने बताया कि ग्राम हैबतपुर खसरा संख्या 330 व 327 के संक्रमणीय भूमिधरों ने उच्च न्यायालय में गुहार लगाई, उच्च न्यायालय इलाहाबाद ने राजस्व न्यायालय को निर्देशित किया कि प्रश्नगत प्रकरण में अंतिम सुनवाई तक अतिक्रमण को बहाल रखते हुए दूसरे पक्ष की सुनवाई की जाए।
लेकिन 7 जुलाई 2022 को एसडीएम (न्यायिक) ने अंतरिम आदेश जारी कर 15 दिवस के भीतर न्यायालय में स्पष्ट पैमाइश रिपोर्ट तहसीलदार दादरी से माँगी पर राजस्व निरीक्षक नरेश कुमार शर्मा 5 अगस्त 2022 जो कि नियत पैमाइश तिथि थी, को अचानक बीमार हो गए।
पैमाइश के मौके पर क्यों नहीं पहुंचते साहब?
पुनः 23 अगस्त 2022 को पैमाइश की तिथि नियत की गई। एक बार राजस्व निरीक्षक नरेश कुमार शर्मा पुनः नियत समय से आधा घण्टे पहले बीमार हो गए और पुनः एक बार 5 सितंबर 2022 को पैमाइश तिथि निर्धारित की गई। लेकिन इस बार पीड़ित का धैर्य जवाब दे गया तो समाचार प्रकाशन के बाद राजस्व टीम पैमाइश के लिए विवादित स्थल पर पहुँची।
उसके बाद भी भू-माफ़िया से मिलीभगत के कारण न्याय को प्रभावित करने के उद्देश्य से जानबूझ कर 1 नवम्बर 2022 को राजस्व निरीक्षक नरेश कुमार शर्मा ने भ्रामक रिपोर्ट प्रेषित कर दी कि डूब क्षेत्र होने के कारण कोई स्थायी बिन्दु न मिलने की वजह से पैमाइश रिपोर्ट प्रेषित नहीं की जा सकती। इस प्रकार बिना पैमाइश के आपदा प्रबंधन के स्वामी अन्तर्यामी नरेश कुमार शर्मा ने यह सुनिश्चित कर दिया कि विवेक दहिया अपनी ही भूमि पर काबिज है।
वैज्ञानिक विधि टीएसएम से पैमाइश
बहराल, एसडीएम (न्यायिक) के न्यायालय ने पुनः 29 नवम्बर 2022 को तहसीलदार दादरी से स्पष्ट पैमाइश रिपोर्ट प्रेषित करने का निर्देश दिया और पैमाइश तिथि 22 दिसंबर 2022 निर्धारित की गई। मौके पर राजस्व निरीक्षक विनोद कुमार, राजस्व निरीक्षक अशोक कुमार, लेखपाल राजपाल सिंह, राज कुमार नागर और क्षेत्रीय लेखपाल सरजीत सिंह विवादित स्थल पर पहुँचे और वैज्ञानिक विधि टीएसएम से पैमाइश की गई।
लेकिन सर्वेयर कम्पनी को राजस्व कर्मचारियों की मौजूदगी में धमकाया गया। अंतत: रिपोर्ट प्रेषित नहीं की गई। उक्त प्रश्नगत प्रकरण में पुनः 16 जनवरी 2023 निर्धारित की गई। टीम का गठन नायब तहसीलदार राम कृष्ण के नेतृत्व में किया गया। उसमे राजस्व निरीक्षक अशोक कुमार, लेखपाल राजपाल, लेखपाल राज कुमार नागर और क्षेत्रीय लेखपाल सरजीत सिंह और उभय पक्षों की उपस्थिति में टीएसएम से पैमाइश की गई।
डूब क्षेत्र की बात कह कर मनमाने ढंग से रिपोर्ट प्रेषित
Corruption charges: लेकिन राजस्व निरीक्षक अशोक कुमार ने पुनः डूब क्षेत्र की बात कह कर मनमाने ढंग से रिपोर्ट प्रेषित कर दी जिसमें फिर यही बात कही गई कि डूब क्षेत्र होने के कारण कोई भी स्थायी बिन्दु न होने की बजह से रिपोर्ट प्रेषित करना संभव नहीं है।
बहराल, एसडीएम दादरी पर 16 जनवरी 2023 को हुई पैमाइश की रिपोर्ट टीम का हिस्सा बने लेखपाल राजपाल सिंह, राज कुमार नगर और तत्कालीन क्षेत्रीय लेखपाल सरजीत सिंह ने ग्राम हैबतपुर के सजरा से मिलान कर तैयार कर ली है। जो कि आरआई अशोक कुमार के गले की फ़ांस बनी हुई है।