
Electric bus: उत्तर प्रदेश की योगी सरकार ने परिवहन विभाग के माध्यम से प्रदेश के चुनिंदा रूटों पर इलेक्ट्रिक बसों के संचालन का निर्णय लिया है। पायलट प्रोजेक्ट के तौर पर फिलहाल लखनऊ और गाजियाबाद में कुछ चुनिंदा मार्गों पर 100 इलेक्ट्रिक बसें चलाने की योजना है।
Electric bus: इलेक्ट्रिक व्हीकल के संचालन पर योगी सरकार का जोर
श्रीकांत सिंह
Electric bus: उत्तर प्रदेश के बस यात्रियों को सुगम आवागमन की सुविधा और पर्यावरण संरक्षण के लिए योगी सरकार इलेक्ट्रिक व्हीकल के संचालन पर जोर दे रही है। प्रदेश के नगरीय क्षेत्रों में नगर विकास विभाग के माध्यम से पहले ही सैकड़ों इलेक्ट्रिक बसें संचालित की जा रही हैं।
उत्तर प्रदेश के परिवहन राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) दयाशंकर सिंह के मुताबिक, परिवहन निगम की लखनऊ एवं गाजियाबाद में कुछ चुनिंदा मार्गों पर 100 इलेक्ट्रिक बसें चलाने की योजना है। प्रथम चरण में ये बसें पायलट प्रोजेक्ट के तौर पर चलाई जाएंगी। बाद में फिर इसे प्रदेश के अन्य जनपदों में भी शुरू किया जाएगा।
शीघ्र उपलब्ध होगी सस्ती एसी बस सेवा
परिवहन मंत्री का कहना है कि शीघ्र ही प्रदेश के लोगों को बेहतरीन और सस्ती परिवहन सेवा उपलब्ध होगी। अभी तक एसी बसों के लिए 2X2 सीटिंग अरेंजमेंट बसों की स्वीकृति थी, लेकिन अब 3X2 सीटिंग अरेंजमेंट बस सेवा को नवीन अनुबंधित बस योजना के अंतर्गत अनुबंध किए जाने की योजना है।
उनके मुताबिक, 3X2 सीटिंग कैपेसिटी वाली बसों का किराया एक रुपये 63 पैसे प्रति किलोमीटर आएगा। जबकि 2X2 सीटिंग अरेंजमेंट बसों का किराया एक रुपये 93 पैसे प्रति किमी आता है। इससे प्रति किलोमीटर कुल 30 पैसे का अंतर आएगा। इस प्रकार लोगों को सस्ती एसी बस सेवा उपलब्ध हो सकेगी। कुल 1235 बसों को लेटर आफ इंटेंट जारी किया जा चुका है। जिसमें 770 बसों का संचालन प्रारंभ भी कर दिया गया है।
रोडवेज और परिवहन सेवाओं का एक विशाल नेटवर्क
भारत में सबसे अधिक आबादी वाले राज्यों में से एक होने के नाते उत्तर प्रदेश में रोडवेज और परिवहन सेवाओं का एक विशाल नेटवर्क है। उत्तर प्रदेश राज्य सड़क परिवहन निगम यानी यूपीएसआरटीसी राज्य के स्वामित्व वाला सार्वजनिक बस परिवहन निगम है जो राज्य और पड़ोसी राज्यों के विभिन्न शहरों और कस्बों को जोड़ने वाली बसों का एक व्यापक नेटवर्क संचालित करता है।
नियमित और लक्जरी दोनों तरह की बस सेवाएँ उपलब्ध हैं। लखनऊ, कानपुर, वाराणसी और आगरा जैसे शहरों में सार्वजनिक परिवहन प्रणालियों में सिटी बसें और ऑटो-रिक्शा शामिल हैं, जो शहर के भीतर परिवहन प्रदान करते हैं। राष्ट्रीय राजमार्ग यानी एनएच उत्तर प्रदेश राष्ट्रीय राजमार्गों के एक नेटवर्क से घिरा हुआ है जो राज्य भर के प्रमुख शहरों और क्षेत्रों को जोड़ता है। इनका रखरखाव भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण यानी एनएचएआई करता है।
राज्य राजमार्गों का एक सुविकसित नेटवर्क
राष्ट्रीय राजमार्गों के अलावा उत्तर प्रदेश में राज्य राजमार्गों का एक सुविकसित नेटवर्क भी है जो राज्य के महत्वपूर्ण कस्बों और शहरों को जोड़ता है। जिला और ग्रामीण सड़कों की बात करें तो उत्तर प्रदेश में जिला और ग्रामीण सड़कों का एक विशाल नेटवर्क है जो गांवों और दूरदराज के इलाकों को कस्बों और शहरों से जोड़ता है। ये सड़कें परिवहन और पहुंच के लिए महत्वपूर्ण हैं।
उत्तर प्रदेश अपने आधुनिक एक्सप्रेसवे के लिए जाना जाता है। जिनका निर्माण तेज और सुगम परिवहन की सुविधा के लिए किया गया है। कुछ उल्लेखनीय एक्सप्रेसवे में ग्रेटर नोएडा को आगरा से जोड़ने वाला यमुना एक्सप्रेसवे और आगरा-लखनऊ एक्सप्रेसवे शामिल हैं। सड़क के बुनियादी ढांचे को बनाए रखने और सुधारने के लिए विभिन्न राजमार्गों और एक्सप्रेसवे पर टोल प्लाजा स्थापित किए जाते हैं। ये टोल चल रहे रखरखाव और विकास परियोजनाओं के वित्तपोषण में मदद करते हैं।
इस कलाकार के दिल में बसते हैं मोदी और योगी
यहां हम रेखांकन का एक ऐसा वीडियो शेयर कर रहे हैं, जिसे देखकर आप कलाकार की तारीफ किए बिना नहीं रहेंगे। कलाकार ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का रेखांकन बनाया है। ऐसा लग रहा है कि हमारे यशस्वी नेता इस कलाकार के दिल में बसते हैं।