
ग्रेटर नोएडा। उत्तर प्रदेश के एक प्रोफेसर ने अब तक की सबसे सस्ती कार बनाने का दावा किया है। टाटा नैनो टाटा मोटर्स की अब तक की सबसे सस्ती कार मानी जाती रही है। यह विश्व की सबसे सस्ती कार है जिसका दाम एक लाख रुपये कहा गया था, लेकिन खरीदने पर दो लाख रुपये से अधिक लग जाते हैं। फिर भी मीडिया ने इसे लखटकिया कार बताया था।
कार खरीदने में असमर्थ तमाम लोगों के कार के सपने को पूरा करने के लिए प्रोफेसर महिप सिंह ने अब तक की सबसे सस्ती कार बनाई है। उनके मुताबिक इस कार पर 80 हजार रुपये की लागत आई है। एक बार चार्ज होने पर इस कार से सौ किलोमीटर तक का सफर तय किया जा सकता है। कार को घर में प्रयोग होने वाले सामान्य बिजली बोर्ड से चार्ज कर सकते हैं। कार का आकर्षक लुक इसकी सबसे बड़ी विशेषता है।
आईटीएस कॉलेज के प्रोफेसर महिप सिंह ने एक सपना देखा था कि कम आय वाले लोग भी अपनी कार से चल सकें। उन्होंने लॉकडाउन में मिले समय का सदुपयोग किया और तीन माह की मेहनत के बाद कार को तैयार कर दिया।
छोटे परिवार की जरूरत को ध्यान में रखते हुए कार को चार सीटर बनाया गया है। कार में लिथियम फेरस बैटरी लगाई गई है, जो दो घंटे में पूरी तरह चार्ज हो जाती है। कार की अधिकतम गति 40 किलोमीटर प्रतिघंटा है। डिजाइन, कलर, पहिए, लाइट, मीटर आदि से कार को आकर्षक लुक दिया गया है।
कार में डिजिटल मीटर व डिस्क ब्रेक भी है। कार की मोटर क्षमता 1500 वाट है। जमीन से कार की ऊंचाई छह इंच व वजन 120 किलो है। कार को स्वचालित बनाया गया है। मात्र छह सेकेंड में कार 40 किलोमीटर की गति पकड़ सकती है।
कार को तैयार करने में स्टील व एल्युमीनियम कंपोजिट सीट का प्रयोग किया गया है। सामान्य कार की लंबाई लगभग नौ व चौड़ाई पांच फीट होती है। तैयार कार की लंबाई साढ़े छह व चौड़ाई तीन फीट रखी गई है। छोटा आकार होने के कारण कार को कम जगह में आसानी से पार्क किया जा सकता है।
महिप की मानें तो सस्ती कार बनने के साथ ही तीन ऑर्डर भी मिल चुके हैं। बड़ी संख्या में लोग जानकारी मांग रहे हैं। कार ऊपर से खुली है, लेकिन कुछ ने ऊपर से कवर वाली कार मांगी है। जल्द कवर वाली कार तैयार की जाएगी।