Gurjar Art Culture: गुर्जर आर्ट एंड कल्चर ट्रस्ट 1857 के क्रांतिकारियों की याद में जगह जगह कार्यक्रमों का आयोजन कर रहा है। उद्देश्य यह है कि देश की आजादी के लिए अपने प्राण गंवाने वाले गुमनाम शहीदों की याददास्त जनमानस में स्थापित की जा सके और उनके परिवार के पुनर्वास के लिए सरकार का ध्यान आकर्षित किया जा सके।
Gurjar Art Culture: कुल 800 गुमनाम शहीदों की जानकारी जुटाई
श्रीकांत सिंह
Gurjar Art Culture: गुर्जर आर्ट एंड कल्चर ट्रस्ट की ओर से नोएडा के मीडिया क्लब में एक संवाददाता सममेलन आयोजित किया गया। ट्रस्ट के प्रवक्ता रामकुमार तंवर ने बताया कि ट्रस्ट जागरूकता लाने के लिए काम कर रहा है।
इस अवसर पर ट्रस्ट के चेयरमैन दिवाकर बिधुड़ी ने बताया, हमने ऐसे 800 शहीदों की जानकारी जुटाई है, जिन्होंने 1857 की क्रांति और आजादी के दूसरे संग्राम में हिस्सा लिया था। यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि उन्हें भुला दिया गया है।
तभी तो 200 स्वतंत्रता सेनानियों के परिवार को 14 मई को ट्रस्ट की ओर से क्रांति चक्र से सम्मानित करने का फैसला किया गया। मुख्य अतिथि के रूप ने केंद्रीय राज्य मंत्री कृष्णपाल गुर्जर और विशेष अतिथि के रूप में केंद्रीय मंत्री राजकुमार आनन्द को आमंत्रित किया गया।
मेरठ से क्रांति पद यात्रा निकाली गई
1857 की क्रांति की शुरुआत के दिवस पर 10 मई को मेरठ से क्रांति पद यात्रा निकाली गई जो विभिन्न जगहों से होते हुए 13 मई को दिल्ली पहुंची। ट्रस्ट के प्रवक्ता रामकुमार तंवर ने बताया कि शहीद क्रांति यात्रा धन सिंह कोतवाल की मूर्ति के पास से शुरू की गई।
धन सिंह कोतवाल ने क्रांति की शुरुआत की थी। इसलिए मेरठ की कोतवाली में मौजूद उनकी मूर्ति से यात्रा को शुरू किया गया। यात्रा अन्य राज्यों से होते हुए 13 मई को दिल्ली पहुंची, जहां इसका समापन किया गया।
गुमनाम सेनानियों की जानकारी जुटाने का काम जारी
ट्रस्ट के प्रवक्ता रोमी बिधुड़ी ने बताया कि इतिहास में ऐसे बहुत से स्वतंत्रता सेनानी थे जिनको हमारी किताबों में चिन्हित करने से चूक हो गई। गुर्जर आर्ट एंड कल्चर ट्रस्ट ऐसे सेनानियों को ढूंढ़ने का काम कर रहा है। सरकार से मांग की जा रही है कि गुमनाम स्वतंत्रता सेनानियों को वे सभी सुविधाएं मिलें जो एक सेनानी को मिलनी चाहिए।
ट्रस्ट के चेयरमैन दिवाकर बिधूड़ी के अलावा ट्रस्ट के प्रवक्ता रामकुमार तंवर, प्रवक्ता रोमी भाटी, ट्रस्ट के उपाध्यक्ष जगदीश लोहिया, ट्रस्टी धर्मवीर बेसोया, राव महिपाल भाटी, बिजेंद्र आर्य जी, अजय प्रधान जी, सह सचिव नीतू श्यामदेव भड़ाना, सह सचिव अन्नु भड़ाना और सह–प्रवक्ता निर्मल डेढ़ा, सुरेंद्र भाटी विनीत चौधरी आदि मौके पर मौजूद थे।