Handball Championship: नोएडा में 15 से 24 जुलाई 2023 तक चल रही 10वीं एशियाई महिला युवा हैंडबॉल चैंपियनशिप मेजबानी के लिए देश के समक्ष एक शानदार मौका है। एशियन हैंडबॉल फेडरेशन के संरक्षण के तहत हैंडबॉल एसोसिएशन ऑफ इंडिया की ओर से आयोजित यह प्रतिष्ठित कार्यक्रम अपनी भव्यता के शिखर पर है। इसमें हमारे गौरवशाली राष्ट्र भारत सहित 11 एशियाई देशों के 350 से अधिक एथलीट और अधिकारी शामिल हो रहे हैं।
Handball Championship: हैंडबाल फेडरेशन आफ इंडिया की पृष्ठभूमि
इंफोपोस्ट न्यूज
Handball Championship: मंडलीय ओलंपिक संघ मुरादाबाद मंडल के सचिव डॉक्टर अजय पाठक को चैंपियनशिप के लिए आफिशियल के रूप में नियुक्त किया गया है। डॉक्टर पाठक के मुताबिक, जापान, हांगकांग, चाइना, कोरिया, कजाकिस्तान, उज्बेकिस्तान, बांग्लादेश, नेपाल, चीनी, ताइपे और भारत की टीमें इस चैंपियनशिप में हिस्सा ले रही हैं।
इतिहास में ऐसा तीसरी बार हो रहा है कि चैंपियनशिप का आयोजन हैंडबाल फेडरेशन आफ इंडिया की ओर से किया जा रहा है। यह 2024 के महिला युवा विश्व हैंडबाल चैंपियनशिप के लिए क्वालीफाइंग टूर्नामेंट है। हैंडबाल एसोसिएशन आफ इंडिया यानी एचएआई भारत में हैंडबाल का शासी निकाय है, जो 1974 से एशियन हैंडबाल फेडरेशन यानी एएचएफ और इंटरनेशनल हैंडबाल फेडरेशन यानी आईएचएफ का सदस्य है।
इसे सोसायटी पंजीकरण अधिनियम 1860 के तहत रोहतक में पंजीकृत किया गया था। यह कॉमनवेल्थ हैंडबाल एसोसिएशन और दक्षिण एशियाई हैंडबाल फेडरेशन का भी सदस्य है। इसकी स्थापना रोहतक के जगत सिंह लोहान ने की थी। वह वाईएमसीए कॉलेज आफ फिजिकल एजूकेशन के छात्र रहे हैं। वह फेडरेशन के पहले महासचिव भी थे।
कंपनियों के लिए ब्रांड को बढ़ावा देने का मौका
क्षेत्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर ब्रांड को बढ़ावा देने के लिए यह चैंपियनशिप अपार संभावनाओं के द्वार खोलती है। टूर्नामेंट का विभिन्न टेलीविजन चैनलों पर ‘लाइव’ प्रसारण किया जा रहा है। लाखों दर्शकों को व्यापक दृश्यता और एक्सपोजर भी मिल रहा है। यह आयोजन प्रतिष्ठित प्रिंट मीडिया प्रकाशनों में महत्वपूर्ण पोस्ट-इवेंट कवरेज प्राप्त करेगा, जिससे ब्रांड की पहुंच और बढ़ेगी।
शायद यही वजह है कि तमाम राष्ट्रीय अंतरराष्ट्रीय कंपनियां अपने ब्रांड की पहुंच विश्व बाजार में पहुंचाने के लिए नोएडा पहुंच रही हैं। इससे उत्तर प्रदेश के विकास को भी एक नई दिशा मिलने की संभावना है। नोएडा वैसे भी विश्व मंच पर खेल के क्षेत्र में अपनी धाक जमा चुका है। नोएडा के पूर्व जिलाधिकारी सुहास एलवाई इसके सबसे अच्छे उदाहरण हैं।