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High Profile Drama: अजित पवार ने कहा, “मैं महाराष्ट्र का मुख्यमंत्री बनना चाहता हूं ताकि मैं जनता की भलाई के लिए वो सब कर सकूं जो मेरे मन में है।” इस पर सुप्रिया सुले ने कहा, ‘सत्ता सुख नहीं लाती।’ शिवसेना कोटे से मंत्री शंभुराज देसाई ने कहा, अगर शिवसेना उद्धव बाला ठाकरे प्रमुख किसी भी तरह का प्रस्ताव देते हैं तो शिंदे के नेतृत्व वाली शिव सेना विचार करेगी।
High Profile Drama: महाराष्ट्र की राजनीति का एक नया अध्याय
श्रीकांत सिंह
High Profile Drama: महाराष्ट्र में राजनीति के नए नए अध्याय लिखे जाते रहे हैं। उसी के लिए फिर एक हाई प्रोफ़ाइल ड्रामा सामने आया है। पहला सीन शक्ति प्रदर्शन का है। क्योंकि एनसीपी पर कब्ज़े की लड़ाई में महाराष्ट्र के उप मुख्यमंत्री अजित पवार और उनके चाचा शरद पवार ने शक्ति प्रदर्शन के जरिये अपनी स्वीकार्यता को दर्शाने का प्रयास किया है।
अजित पवार ने राजधानी मुंबई के बांद्रा की भुजबल नॉलेज सिटी में सभा की. जिसमें प्रफुल्ल पटेल और छगन भुजबल समेत कई कद्दावर नेता शामिल हुए। इसी प्रकार शरद पवार ने वाईबी चव्हाण सेंटर में समर्थकों के साथ बैठक की, जिसमें सुप्रिया सुले, जयंत पाटिल और एकनाथ खड़से समेत कई नेता शामिल हुए।
एनसीपी को हथियाने की कशमकश
High Profile Drama: दोनों पक्षों से एक दूसरे पर आरोपों की झड़ी लगा दी गई। एनसीपी को हथियाने की कशमकश इतनी बढ़ गई है कि चाचा भतीजे की लड़ाई अदालत भी पहुँचने वाली है। एनसीपी के कुल 53 विधायक हैं। अजित पवार ने शरद पवार को रिटायर होने की सलाह दी तो शरद पवार ने कहा कि उनके (अजित के) पास ‘मेरी तस्वीर के अलावा कुछ नहीं है।’
मजे की बात यह है कि अजित पवार ने जहां मीटिंग की थी, वहां शरद पवार की बड़ी तस्वीर लगाई गई थी। अजित पवार खेमे को दल बदल क़ानून के तहत अयोग्य होने से बचने के लिए 36 विधायकों का समर्थन ज़रूरी है। दोनों खेमों की कोशिश है ज़्यादा से ज़्यादा विधायकों को अपने पाले में लाने की है।
अजित पवार के बाग़ी रुख़ के बाद एक जगह ख़ाली
महाराष्ट्र कांग्रेस के नेताओं ने एनसीपी प्रमुख शरद पवार के प्रति एकजुटता दिखाने का फ़ैसला किया है। पार्टी मानकर चल रही है कि अब राज्य में फैलने का समय आ गया है। वरिष्ठ कांग्रेस नेता और पूर्व मुख्यमंत्री अशोक चव्हाण ने कहा कि अजित पवार के बाग़ी रुख़ के बाद एक जगह ख़ाली हुई है जो कांग्रेस के लिए मौक़ा है।
उन्होंने कहा, “कांग्रेस के पास अधिक सीटों पर चुनाव लड़ने का मौक़ा है।” पार्टी महासचिव और स्टेट इंचार्ज एचके पाटिल ने कहा, “महाराष्ट्र में एक ग़ैरसंवैधानिक सरकार सत्ता में है और अयोग्य ठहराने की याचिकाएं लंबित हैं। कर्नाटक के लोगों ने ऑपरेशन लोटस को नकारा था। हम महाराष्ट्र के लोग यही करेंगे।” महाराष्ट्र कांग्रेस के प्रमुख नाना पटोले ने कहा था, “महाराष्ट्र का राजनीतिक ड्रामा दिल्ली में मोदी और शाह के इशारे पर हुआ है।
सत्ता सुख या जनता की भलाई ?
High Profile Drama: एनसीपी पर अपनी पकड़ दिखाने के लिए शक्ति प्रदर्शन कर रहे अजित पवार ने 83 साल के शरद पवार की उम्र पर सवाल उठाते हुए कहा, “आप कभी रुकने वाले हैं और हमें आशीर्वाद देने वाले हैं या नहीं?” अजित पवार ने कहा, “अब तक के इतिहास पर नजर डालें तो लोग करिश्माई नेता चाहते हैं. लेकिन हर किसी का एक मौसम होता है। 25 से 75 साल की उम्र में हम अच्छा काम कर सकते हैं। हर 25 साल में एक नई पीढ़ी आती है।”
शरद पवार के कुछ दिन पहले इस्तीफ़ा देने के घटनाक्रम की ओर इशारा करते हुए अजित पवार ने कहा, “अगर आपको इस्तीफ़ा देना ही नहीं था तो दिया क्यों? मैं महाराष्ट्र का मुख्यमंत्री बनना चाहता हूं ताकि मैं जनता की भलाई के लिए वो सब कर सकूं जो मेरे मन में है।” शरद पवार के फ़ैसले की वजह से करीब दो दशक पहले एनसीपी के हाथ से मुख्यमंत्री पद चला गया था।
सुप्रिया सुले की नजर में उम्र सिर्फ़ एक संख्या
अजित पवार को सुप्रिया सुले ने जवाब दिया. “उम्र सिर्फ़ एक संख्या है।” सत्ता सुख नहीं लाती।’ कार्यकर्ता बीजेपी के ख़िलाफ़ सड़कों पर उतरें। पार्टी में 9 पद खाली हैं। नए लोगों के लिए जगह बनेगी। मैं अनुरोध करती हूं कि पार्टी में महिलाओं को 33 प्रतिशत मौका दिया जाए।
उधर, एकनाथ शिंदे के नेतृत्व वाली शिवसेना अजित पवार समेत एनसीपी के आठ अन्य विधायकों के सरकार में शामिल होने से ख़ुश नहीं है। सेना के एक मंत्री और कुछ विधायकों ने सार्वजनिक रूप से नाराज़गी ज़ाहिर की है। शिवसेना कोटे से मंत्री शंभुराज देसाई ने कहा है कि अगर शिवसेना उद्धव बाला ठाकरे प्रमुख किसी भी तरह का प्रस्ताव देते हैं तो शिंदे के नेतृत्व वाली शिव सेना उस पर विचार करेगी।.