
जब से कोरोना महामारी का कहर पूरी दुनिया पर टूटा है, तरह तरह के अध्ययन सामने आ रहे हैं। एक नए अध्ययन में पाया गया है कि विटामिन-डी न सिर्फ प्रतिरक्षा बढ़ाने में फायदेमंद है, बल्कि इसे COVID-19 के लिए संभावित उपचार के रूप में देखा जा सकता है।
अध्ययन में पाया गया कि विटामिन डी की खुराक SARS-CoV-2 संबंधित आईसीयू प्रवेश की दर को कम करने में प्रभावी हो सकती है। अध्ययन स्पेन के उन 76 रोगियों पर किया गया था, जो COVID-19 संक्रमित थे। शोधकर्ताओं ने मरीजों को दो समूहों में विभाजित किया था। दोनों समूहों को अस्पताल के प्रोटोकॉल के आधार पर एक ही चिकित्सा उपचार दिया गया।
एक समूह को रोज़ाना कैल्सीफाइड सप्लीमेंट भी दिया गया, जिसे 25-हाइड्रोक्सीविटामिन-डी के रूप में भी जाना जाता है। उन्हें अस्पताल से छुट्टी मिल जाने के बाद इसे बंद कर दिया गया। नया अध्ययन द जर्नल ऑफ़ स्टेरॉयड बायोकैमिस्ट्री व आणविक जीव विज्ञान में प्रकाशित हुआ था।
अध्ययन में पाया गया कि 50 लोगों के जिस समूह को सप्लीमेंट मिला था, उनमें से केवल एक को आईसीयू में भर्ती किया गया था। यह भी पाया गया कि जिन मरीज़ों को सप्लीमेंट दिया गया था, उन्हें बिना किसी जटिलताओं या मृत्यु के जोखिम के अस्पताल से छुट्टी दे दी गई।
इस बीच, शोधकर्ताओं ने ये देखा कि दूसरे समूह के 26 रोगियों में से 13 को आईसीयू में भर्ती किया गया था। इनमें से दो रोगियों ने अपनी जान गवां दी और अन्य 11 को अस्पताल से छुट्टी दे दी गई। कई अध्ययनों ने पहले शरीर में विटामिन डी की कमी और COVID-19 संक्रमण के जोखिम के बीच की कड़ी का पता लगाया है।
दावे के समर्थन में काफी सबूत भी पाए गए हैं। कई अध्ययनों में अब पाया गया है कि न केवल विटामिन डी की कमी से वायरस के संकुचन का खतरा बढ़ सकता है, बल्कि बीमारी के कारण गंभीर लक्षण या जटिलताएं भी हो सकती हैं।