इंफोपोस्ट संवाददाता, पटना। jdu press confrence:
बिहार में सत्तारूढ़ पार्टी जनता दल यूनाइटेड ने मोदी सरकार पर हमला बोला है। कहा कि गणेश चतुर्थी के अवसर पर संसद का विशेष सत्र बुलाना हिंदू विरोधी मानसिकता का परिचायक है। शनिवार को जनता दल(यू0) मुख्यालय में पार्टी के मुख्य प्रवक्ता सह विधानपार्षद नीरज कुमार, प्रदेश प्रवक्ता अभिषेक झा एवं अंजुम आरा ने संयुक्त रूप से प्रेस वार्ता को संबोधित किया।
प्रक्रिया का पालन नहीं किया गया
jdu press confrence: तीनों प्रवक्ताओं ने कहा कि मोदी सरकार के संसदीय कार्य मंत्री ट्वीट के माध्यम संसद के विशेष सत्र बुलाने का एलान करते हैं जो संसदीय परंपरा का अपमान है। संविधान की धारा 85-(।) के अनुसार केबिनेट समिति जिसमें गृह विभाग, वित्त विभाग, रक्षा विभाग और कानून सहित कुल 9 विभागों के मंत्री इसके सदस्य होते हैं। माननीय संसदीय कार्यमंत्री बताएं कि सावन महीने की कौन सी हिंदू पंचांग तिथि को कैबिनेट की बैठक हुई? विशेष सत्र बुलाने से पहले इस प्रक्रिया का पालन किया गया? देश की जनता इसका जवाब चाहती है।
मोदी सरकार ने संसदीय परंपराओं की धज्जियां उड़ाईं
jdu press confrence: तीनों प्रवक्ताओं ने कहा कि मणिपुर में बेटियों की इज्जत लूटी गई, हथियार लूट लिए गए लेकिन देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी मणिपुर जाने तक की हिम्मत नहीं जुटा पाए और आश्चर्य का विषय यह है की इतने नाजुक दौर से गुजर रहे मणिपुर की विधानसभा मात्र 48 मिनट चल पाई, आजाद हिंदुस्तान के इतिहास में यह शायद पहली घटना है। यह संसदीय परंपराओं की धज्जियां उड़ाने वाली सरकार है।
उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री जी -20 को इवेंट बना रहे हैं मगर इस जी-20 के सदस्य देश से उन्हें सीखने की आवश्यकता है। शौचालय से लेकर पेट्रोल पंप तक इनका फोटो नजर आता है लेकिन जी 20 के देशों से ये सीखते नहीं हैं। ब्रिटेन में डेढ़ सौ दिन संसद कार्य करता है, अमेरिका में भी डेढ़ सौ दिन संसद कार्य करता है मगर पिछले साल भारत में सिर्फ 56 दिन ही सांसद चल सका।
तीनों प्रवक्ताओं ने मोदी सरकार से सवाल पूछा-
1) आइएनडीआइए गठबंधन की तुलना इंडियन मुजाहिदीन से की जा रही है। यह अनुचित है।
2) हिंदुओं के पवित्र पर्व गणेश चतुर्थी के अवसर पर सदन के विशेष सत्र को बुलाने की क्या जरूरत पड़ी?
3) मोदी सरकार के सदन के विशेष सत्र बुलाने को लेकर देश की जनता भयभीत है और इन सवालों का जवाब चाहती है?