
इंफोपोस्ट संवाददाता, मोतिहारी। jungle raj in bihar:
बिहार में अपराध लगातार बढ़ता ही जा रहा है। लगभग 15 साल पहले बिहार की जो हालत थी, वही स्थिति आज फिर से होने लगी है। बीते शनिवार को अमित शाह बिहार आए तो उन्होंने भी जंगलराज की ओर बढ़ रहे बिहार को लेकर अपनी चिंता जताई।
राज्य के अपराध की उन्होंने चर्चा की तो सत्ता में काबिज राजद ने पलटवार किया। अमित शाह ने नीतीश कुमार और लालू प्रसाद के गठबंधन को तेल और पानी की संज्ञा दे दी, जिस पर लालू प्रसाद की पत्नी और पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी ने कड़ी आपत्ति जताई। दूसरी ओर राज्य में अपराध चरम पर है। रोज किसी न किसी की हत्याएं हो रही हैं। लोग डरने लगे हैं। इसी विषय पर विश्व हिंदू परिषद के बिहार और झारखंड के प्रचार प्रमुख अशोक श्रीवास्ताव ने बेबाक राय रखी।
नेताओं ने अपने बारे में सोचा
jungle raj in bihar: अशोक श्रीवास्तव ने कहा कि बिहार में जो 15 वर्ष पहले की स्थिति थी वही आज हो रही है। यहां के नेताओं ने सिर्फ अपने बारे में सोचा। सत्ता में काबिज नेताओं ने राज्य के बारे में नहीं सोचा। 14 से पहले जब देश के प्रधानमंत्री विदेश जाते थे तो उन्हें वो सम्मान नहीं मिलता था जो मिलना चाहिए था। लेकिन 2014 में देश में नरेंद्र मोदी के प्रधानमंत्री बनने के बाद पूरी दुनिया में भारत का सम्मान बढ़ा है।
तब अपराध काबू में था
राज्य में नीतीश कुमार के शासन में जब तक भाजपा सहयोगी रही तब तक राज्य में कानून व्यवस्था ठीक थी। संगठित अपराध को लगभग खत्म कर दिया गया था। अपराधी डरने लगे थे। लेकिन यह चाचा नीतीश कुमार को रास नहीं आया और वे अपने पुराने सहयोगी लालू प्रसाद के पास चले गए। बिहार में जंगलराज की वापसी के लिए नीतीश कुमार दोबारा से लालू प्रसाद के साथ चले गए। यही वजह है कि आज राज्य में अपराधियों के हौसले बुलंद हैं।
प्रापर्टी डीलिंग कल्चर बढ़ा
jungle raj in bihar: बिहार में नीतीश कुमार की हीलाहवाली का नतीजा है कि प्रापर्टी डीलिंग का कल्चर बढ़ गया है। ये लोग अफसरों से साठगांठ कर लेते हैं, जमीन का फर्जी दस्तावेज बनवा लेते हैं और फिर वास्तविक भूमि मालिक को परेशान करने लगते हैं ताकि वह अपना दावा छोड़कर भाग जाए। राज्य में हत्याओं का दौर शुरू होने की एक बड़ी वजह यह भी है। राज्य में जितनी भी हत्याएं हो रही हैं उनमें से अधिकतर प्रापर्टी डीलिंग से संबंधित विवाद की वजह से है।