
आप अस्थमा (asthma), डायबिटीज (diabetes), एड्स (AIDS) यहां तक कि कोविड19 जैसी महामारी से भी अपने शरीर को बचा सकते हैं। अगर आप इन बीमारियों को अपनी जिंदगी में नहीं आने देना चाहते, तो इस आलेख को अंत तक ध्यान से पढ़ें। हम कोई दवा नहीं बताएंगे। हम बताएंगे इम्यूनिटी यानी रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने के उपाय।
क्या है इम्यूनिटी
हमारे शरीर के भीतर एक protection mechanism है, जो शरीर की तमाम रोगों से सुरक्षा करता है। इसे ही शरीर की प्रतिरोधक क्षमता यानी इम्यून सिस्टम (immune system) कहते हैं। रोगों से लड़ने की क्षमता को प्रतिरोधक क्षमता कहते हैं।
हमारे आस पास के वातावरण में हजारों बैक्टीरिया और वायरस (virus) मौजूद होते हैं। वे हमें संक्रमित करते रहते हैं। हमारा इम्यून सिस्टम ही हमें बीमारियों से बचाता है। वही हमें स्वस्थ बनाए रखता है।
जब शरीर में इम्यूनिटी पावर मजबूत नहीं होती है, तो इसका सबसे ज्यादा असर मौसम के बदलने पर होता है। जब मौसम में बदलाव होता है, तो शरीर में एलर्जी, सर्दी, जुकाम, खांसी, गले में खराश, बुखार, फ्लू वायरस के संक्रमण का खतरा बढ़ जाता है। सबसे ज्यादा इसकी चपेट में बच्चे और बूढ़े आते हैं।
कमजोर क्यों होती है इम्यूनिटी?
हमें यह जानना होगा कि इम्यून सिस्टम यानी रोग प्रतिरोधक क्षमता कमजोर क्यों होती है? इसका सबसे बड़ा कारण गलत खानपान और लाइफस्टाइल है। सीधी सी बात यह है कि जो खाद्य पदार्थ आसानी से पच जाए, उसे ही खाना चाहिए। ऐसी चीजें नहीं खानी चाहिए, जिनको पचाने में हमारे पाचन तंत्र पर भार पड़े।
इम्यूनिटी कमजोर होने का लक्षण
मौसम के बदलते ही सर्दी, जुकाम, बुखार और गले में खराश होना। काम न करने पर भी शरीर में थकावट महसूस होना। शरीर में कमजोरी और सुस्ती का होना। बार बार बीमार पड़ना और बीमार होने पर जल्दी ठीक न होना। सवाल है कि हम अपनी इम्यूनिटी बढ़ाएं कैसे। उसके लिए हम कुछ खानपान का सुझाव देते हैं।
हरी सब्जियों का सेवन
इम्यूनिटी बढ़ाने के लिए पौष्टिक आहार लेना चाहिए। ज्यादा से ज्यादा हरी सब्जियों का सेवन करना चाहिए। टमाटर और खीरा का सेवन अधिक से अधिक करना चाहिए। उसे सलाद के रूप में लिया जा सकता है। यह आपके इम्यून सिस्टम को मजबूत करने में सहायक होता है।
फलों का सेवन
मौसमी रसदार फल संतरा, मौसंबी और पाइनएप्पल का जूस अधिक से अधिक लेना चाहिए। खट्टे फलों में विटामिन सी भरपूर मात्रा में होती है। यह संक्रमण से लड़ने में सहायक होती है। इसलिए ज्यादा से ज्यादा विटामिन सी युक्त फलों के जूस या फलों का सेवन करना चाहिए। नींबू और आंवला का सेवन कर सकते हैं। नारियल पानी भी इम्यून सिस्टम को मजबूत बनाता है।
पर्याप्त मात्रा में पानी पीना
पानी का सेवन पर्याप्त मात्रा में करना चाहिए। प्रतिदिन 2 लीटर पानी जरूर पीना चाहिए। पानी की पर्याप्त मात्रा किडनी की कार्यप्रणाली को दुरुस्त करती है। उससे शरीर से विषैले पदार्थ का बाहर निकलना आसान हो जाता है। इसलिए पर्याप्त मात्रा में पानी पीना बहुत जरूरी है।
लहसुन का सेवन
लहसुन में एलिसिन नामक तत्व पाया जाता है। यह शरीर में किसी भी प्रकार के संक्रमण और बैक्टीरिया से लड़ने में कारगर है। लहसुन भरपूर मात्रा में एंटी ऑक्सीडेंट बनाकर हमारे शरीर की रोग प्रतिरोधक प्रणाली को शक्ति देता है। इसलिए हमें खाने में लहसुन का प्रयोग जरूर करना चाहिए।
गिलोय का सेवन
आयुर्वेद की मानें तो गिलोय का सेवन हमारे इम्यून सिस्टम को मजबूत बनाने में काफी सहायक है। गिलोय को आयुर्वेद में अमृत कहा गया है। इसलिए यह इम्यून सिस्टम को मजबूत करने के साथ-साथ कई रोगों से निजात दिलाने में सहायक होता है।
योगासन और प्राणायाम
इम्यून सिस्टम को मजबूत बनाए रखने के लिए योग को अपनाना चाहिए। नियमित योगाभ्यास और एक्सरसाइज से शरीर फिट रहता है। इसलिए प्रतिदिन एक्सरसाइज और योगाभ्यास की आदत डालनी चाहिए। प्राणायाम से हमारे शरीर को अतिरिक्त शक्ति मिलती है।
इम्यून सिस्टम यानी प्रतिरक्षा प्रणाली
इम्यून सिस्टम यानी हमारी प्रतिरक्षा प्रणाली हमारे अस्तित्व के लिए बहुत जरूरी है। इम्यून सिस्टम के बिना हमारा शरीर सुरक्षित नहीं है। हमारा शरीर बैक्टीरिया और वायरस (virus) परजीवी से घिरा रहता है। इम्यून सिस्टम विशेष कोशिकाओं (सेल्स cells) ऊतकों (टिशूज tissues) और अंगों (ऑर्गन organs) से बना है।
इम्यून सिस्टम हमारे पूरे शरीर में फैली हुई है इसमें कई प्रकार की सेल्स, (टिशूज tissues) और ऑर्गन शामिल हैं महत्वपूर्ण रूप से यह हमारे ऊतकों (टिशूज tissues) को विदेशी ऊतकों (टिशूज tissues) से अलग कर सकता है। हमारा इम्यून सिस्टम अपने सारे हेल्दी सेल्स और टिशूज को पहचानता है, और रोगाणुओं से बाहरी आक्रमण या संक्रमण के होने पर उन्हें प्रोटेक्ट करता है।
इम्यून सिस्टम हमारे अस्तित्व के लिए अविश्वसनीय रूप से जटिल और विशेष रूप से महत्वपूर्ण है। रोगजनक से लड़ने और मृत कोशिकाओं को साफ करने के लिए पूरे शरीर में कई अलग-अलग प्रणालियां और कोशिकाएं लगातार काम करती रहती हैं।