Khatu Shyam Delhi Dham: इस बार कृष्ण जन्माष्टमी पर खाटू श्याम दिल्ली धाम में भक्तों का उत्साह और उल्लास सिर चढ़ कर बोल रहा था। तभी तो छह लाख भक्तों का हुजूम अपने कान्हा के दर्शन के लिए उमड़ पड़ा। 1156 व्यंजनों के भोग से पता चला कि भक्त अपने कान्हा को हर स्वादिष्ट भोजन का भोग लगाने के लिए कितने उत्सुक हैं।
Khatu Shyam Delhi Dham: कान्हा को लगा 1156 व्यंजनों का भोग
आईपी न्यूज
Khatu Shyam Delhi Dham: भव्यता, खूबसूरती, निःस्वार्थ सेवा भाव और स्वच्छता आदि जीटी करनाल रोड पर स्थित खाटू श्याम दिल्ली धाम मंदिर में आपको देखने को मिलेगी। हमने सौ से ज्यादा तिरंगी तराजू में 1156 व्यंजनों को साफ सुथरे तरीके से सजाया। 75 महिलाओं और बालिकाओं ने कान्हा को भोग लगाया।
यह कहना है खाटू श्याम दिल्ली धाम के राष्ट्रीय अध्यक्ष घनश्याम गुप्ता जावेरी का। उन्होंने बताया कि 1156 व्यंजनों में सौ से ज्यादा व्यंजन तो अनीता जावेरी की देखरेख में घर की महिलाओं ने अपने हाथों से बनाए हैं।
सुबह से ही लोगों का तांता लगा
जावेरी के मुताबिक, इस बार की जन्माष्टमी पर खाटू श्याम दिल्ली धाम में लगभग छह लाख भक्तों ने दर्शन किए। सुबह से ही लोगों का तांता लगा हुआ था। सबको खाटू श्याम का आशीर्वाद मिले, इसके लिए हमने सुरक्षा के भी काफी इंतज़ाम किए। साथ ही पूरे दिन भंडारा, पानी की सुविधा और सभी को खाटू श्याम का प्रसाद मिले, इसका भी पूरा इंतज़ाम किया गया है।
घनश्याम गुप्ता का कहना है कि इस अवसर पर कई स्कूलों के छात्रों ने मिलिट्री बैंड की प्रस्तुति की। कृष्ण और राधा के रूप नृत्य नाटिका और कृष्ण की जीवन लीला की प्रस्तुति भी की गई।
जिन्होंने आयोजन को बनाया सफल
महोत्सव में संस्था के नगर अध्यक्ष एस.एस. अग्रवाल, जयनारायण अग्रवाल स्वर्ग धाम दाता, सतीश राम के. गोयल धाम दानदाता, एसके बोथरा, सत्यभूषण जैन नगर महामंत्री, संजीव कुमार मित्तल, रमेश गुप्ता, पवन सिंघल राष्ट्रीय महामंत्री, राष्ट्रीय कोषाध्यक्ष मधु गोपाल गोयल, अनिल कुमार गुप्ता, नवीन गर्ग, कुलदीप गोयल राष्ट्रीय कार्यकारी उपाध्यक्ष, महक व कोमल जावेरी का विशेष योगदान रहा है।
दिल्ली के जीटी करनाल रोड के किनारे स्थित तिबोली गार्डन के पास एक लाख वर्ग गज भूमि को खाटू श्याम मंदिर के निर्माण के लिए प्रस्तावित किया गया है। श्री खाटू श्याम विशाल मंदिर दिल्ली धाम के राष्ट्रीय अध्यक्ष घनश्याम गुप्ता जावेरी के मुताबिक, इसके निर्माण के बाद दिल्लीवासियों को खाटू श्याम के दर्शन के लिए राजस्थान जाने की जरूरत नहीं पड़ेगी।