देश में कोरोनो वायरस मामलों में तेजी के बीच कोरोना कवच स्वास्थ्य बीमा पॉलिसी बाजार में कॉफी प्रचलित हो रही है। इस पॉलिसी का मकसद है कि लोग कोविड19 महामारी के इलाज के लिए वाजिब कीमत पर एक हेल्थ इंश्योरेंस प्रोटेक्शन ले सकें। सभी जनरल और हेल्थ इंश्योरेंस कंपनियों ने यह प्रोडक्ट 10 जुलाई से पेश करना शुरू किया है।
पॉलिसी साढ़े तीन महीने से साढ़े नौ महीने के लिए बेची जा रही है। इसमें इंश्योर्ड के मेडिकल खर्च की अधिकतम राशि पांच लाख रुपये रखी गई है। हाल ही में इंश्योरेंस रेगुलेटर आईआरडीएआई ने इसके लिए कंपनियों को मंजूरी दी है।
कोरोना कवच पॉलिसी में क्षतिपूर्ति आधारित एक बेसिक मैनडेटरी कवर होगा। वहीं, एक अल्टरनेटिव कवर होगा जो लाभ आधारित होगा। बेसिक कवर में बीमा राशि 50 हजार से 5 लाख रुपये तक होगी। ये कवर साढ़े तीन महीने, साढ़े छह महीने और साढ़े नौ महीने के लिए होगा।
बता दें कि इसमें वेटिंग पीरियड भी शामिल होगा। योजना के तहत 18 से 65 साल की उम्र का कोई भी व्यक्ति इन इंश्योरेंस प्रोडक्ट्स को खरीद सकता है। इसमें अपने परिवार के सदस्य जैसे माता-पिता, सास-ससुर और 25 साल की उम्र तक के आश्रित बच्चों को भी शामिल कर सकते हैं। इस लिमिटेड टाइम की बीमा योजना का प्रीमियम एक बार में जमा करना होगा।
बीमा योजना में 14 दिन होम क्वारंटीन होने के दौरान किए जाने वाले इलाज का खर्च भी कवर होगा। हालांकि, इसके लिए इलाज में किसी मेडिकल प्रैक्टिशनर यानी डॉक्टर का शामिल होना जरूरी है। इसमें पल्स ऑक्जीमीटर, ऑक्सीजन सिलेंडर और निबुलाइजर का खर्च भी कवर होगा। अस्पताल में भर्ती होने पर 15 दिन तक बीमा राशि का 0.5 फीसदी खर्च हर दिन का भुगतान किया जाएगा।
कोरोना रक्षक पॉलिसी का प्रीमियम भी एक बार में ही भरना होगा। इसमें पॉलिसी होल्डर के अस्पताल में भर्ती होने पर बीमा राशि का 100 प्रतिशत भुगतान पहले ही कर दिया जाएगा। इसमें कोविड-19 पॉजिटिव आने पर कम से कम तीन दिन अस्पताल में भर्ती होना जरूरी है।
बीमा का पीरियड 105, 195 और 285 दिन होगा। वहीं, बीमा राशि 50 हजार रुपये से 2.5 लाख रुपरु तक होगी। एक बार क्लेम करने के बाद पॉलिसी खुद-ब-खुद बंद हो जाएगी। इसे मंथली 208 रुपये तक के मिनिमम प्रीमियम पर लिया जा सकता है, जो बेहद सस्ता है। महाराष्ट्र, तमिलनाडु, कर्नाटक और दिल्ली एनसीआर के लोगों ने इसमें ज्यादा रुचि दिखाई है।
पॉलिसी बाजार के स्वास्थ्य बीमा कारोबार के प्रमुख अमुत छाबड़ा के मुताबिक, ‘इसके लिए बहुत अच्छा समर्थन मिला है, क्योंकि लोग इस योजना को खरीदने के इच्छुक हैं।’ पॉलिसी बाजार की वेबसाइट पर कंपनियां हर रोज 300 से 500 तक यह पॉलिसी बेच रही हैं और पॉलिसी ज्यादातर युवा ले रहे हैं।
भारतीय स्टेट बैंक जनरल इंश्योरेंस कंपनी के अंडरराइटिंग और री-इंश्योरेंस बिजनेस के चीफ सुब्रमणियम ब्रह्मजोसियुला के मुताबिक, इसमें फेमिली फ्लोटर और पांच लाख के बीमा पर 2500 रुपये रोज के हॉस्पिटल डेली कैश जैसे ऑप्शन भी दिए गए हैं, जो इसे अधिक आकर्षक बना रहे हैं।