
आर.पी.मौर्या
मुंबई। कहते हैं कि दिमाग दिल को महत्व नहीं देता तो दिल भी दिमाग को नहीं मानता। दिमाग की बात ये है कि देश भर में कोरोना वायरस तेजी से फैलने को ध्यान में रखते हुए सावधानी बरतनी चाहिए। लेकिन दिल की बात करें तो प्रणय के अनुकूल सावन महीने में युवा जोड़े अपने पर नियंत्रण नहीं रख पा रहे हैं। कोविड19 और उसके कारण लगे प्रतिबंध से वे परेशान हैं।
यह भी सच है कि वसोना, नालासोपारा और विरार के ग्रामीण इलाकों में कोरोना तेजी से फैल रहा है। इसी को ध्यान में रखते हुए कुछ क्षेत्रों को ‘हॉटस्पॉट’ घोषित किया गया है और लोगों की व्यापक आवाजाही रोकने के लिए सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी गई है।
कोरोना के प्रकोप के कारण डेटिंग पर प्रतिबंध है, लेकिन बावजूद इसके, कुछ युवा जोड़े एक-दूसरे से मिलने के लिए समुद्र तट पर पहुंच रहे हैं। वे संयम की सीमा को पार कर रहे हैं, लेकिन उन्हें कोरोना के कारण लगे प्रतिबंध का डर भी सता रहा है। मुंबई के एक उपनगर नालासोपारा के कलांब और राजोदी समुद्र तट पर कई युवा प्रेमी युगल प्रतिबंधों को तोड़ कर पहुंच रहे हैं। सूचना मिलने के बाद पुलिस ने कार्रवाई भी की।
सरकार ने कोरोना के प्रकोप को रोकने के लिए सभी पर्यटन स्थलों और समुद्र तटों पर एकत्र होने पर प्रतिबंध लगा दिया है। फिर भी तालाबंदी का दौर लंबा चलने के कारण युवाओं का धैर्य टूट रहा है। इसलिए प्यार करने वाले युवा नियमों और कानूनों को तोड़कर वसई-विरार के समुद्र तटों तक पहुंच रहे हैं।
पिछले चार महीनों के लॉकडाउन ने सभी को उबा दिया है। कुछ दिनों से लगातार बारिश हो रही है और हरित प्रकृति भी खिल गई है। उसका आनंद लेने के लिए बाहर जाने के अलावा कोई विकल्प नहीं है। प्यार और प्रकृति-दीवाने इन युवाओं की हलचल से लोगों को आशंका है कि सामाजिक गड़बड़ी और कोरोना संक्रमण का खतरा बढ़ जाएगा।