Largest spinning wheel: पिछले 2 अक्टूबर को गांधी जयंती के अवसर पर एक ऐसा चरखा स्थापित करने के लिए भूमि पूजन किया गया, जो दुनिया का सबसे बड़ा चरखा होगा। विस्तार से जानते हैं गांधी जी को याद करने के इस नायाब तरीके के बारे में।
Largest spinning wheel: श्याम दिल्ली धाम मंदिर में हुआ भूमि पूजन
इंफोपोस्ट न्यूज
Largest spinning wheel: वैसे तो 2 अक्टूबर को महात्मा गांधी को उनकी जयंती के मौके पर लोग उन्हें तरह तरह से याद करते हैं। लेकिन देश के राष्ट्रपिता महात्मा गांधी यानी बापू जी को उनकी जयंती के अवसर पर खाटू श्याम दिल्ली धाम मंदिर में उन्हें जिस प्रकार याद किया गया, वह अविस्मरणीय है।
धाम के राष्ट्रीय अध्यक्ष घनश्याम गुप्ता जावेरी ने उस स्थान का भूमिपूजन किया गया, जहां बापू की प्रतिमा और विश्व का सबसे बड़ा चरखा 30 जनवरी यानी गांधी जी की पुण्यतिथि के अवसर पर स्थापित किया जाएगा।
बनाया जा रहा है बहुत खूबसूरत चरखा
घनश्याम गुप्ता जावेरी ने कहा, हम यहां बहुत खूबसूरत चरखा बना रहे हैं। उसकी पूजा हम नवंबर से जनवरी तक रोजाना करेंगे। आज भी यहां लाखो श्रद्धालुओं का तांता लगा रहता है। बाबा खाटू श्याम ने दर्शन देकर हमें आदेश दिया था। उसी सपने को लेकर हमने एक छोटी फ़िल्म बनाई है। फिल्म को पर्दे पर दिखाया गया।
इस अवसर पर धाम के राष्ट्रीय कोषाध्यक्ष मधु गोपाल गोयल, नवीन गुप्ता, अनिल गुप्ता, नगर अध्यक्ष एसएस अग्रवाल, सत्य भूषण जैन और सभी संस्थापक ट्रस्टी उपस्थित हुए। व्यासपीठ से अखंड भागवत कथा का वाचन 24 घंटे 365 दिन अनंतकाल तक जारी रहेगा।
इससे पहले, अष्टधातु से बना 800 किलोग्राम का एक घंटा धाम में लगाया गया था, जो दिल्ली का पहला और पूरे भारत में तीसरा भारी, विशाल और बड़ा घंटा है। उसके बाद खाटू श्याम दिल्ली धाम में सोने से बनी एक चिड़िया को स्थापित किया गया था, जो धाम की एक पहचान बन गई है।