Learn about important yoga methods: आज हम बात करेंगे महत्वपूर्ण योग विधियों के बारे में। लेकिन उससे पहले समझ लें कि योग है क्या? योग जैसा कि शब्द से ही स्पष्ट है—जोड़ यानी जुड़ना। लेकिन किससे जुड़ना। शास्त्र कहते हैं ईश्वर से जुड़ना। लेकिन ईश्वर कहां है? उससे कैसे जुड़ें?
Learn about important yoga methods: एक एनर्जी संपूर्ण संसार को करती है संचालित
श्रीकांत सिंह
Learn about important yoga methods: मेरी समझ में जो आता है, उसके अनुसार ईश्वर वह उर्जा यानी एनर्जी है, जो संपूर्ण संसार को संचालित करती है। वही एनर्जी हमारे शरीर को भी संचालित करती है। लेकिन वह एनर्जी हमें मिलेगी कैसे? दरअसल, जिन विधियों से योग की एनर्जी हमें मिलती है, उसे योग विधि कहा जाता है।
वैसे तो योग की तमाम विधियां प्रचलित हैं। लेकिन उन विधियों को अपनाने के लिए हमारे पास समय ही कहां होता है? इसलिए आज बात करेंगे योग की एक ऐसी विधि के बारे में, जो सरल, सुलभ और समय मित्रवत होती है।
यानी उसे हम अपने एकदम खाली समय में अपना सकते हैं। भोजन करने के बाद जब हम सोने के लिए बिस्तर पर जाते हैं तो वह हमारा खाली समय होता है। दिन भर के कार्यों से निवृत्त होकर हम उस समय पूरी तरह निश्चिंत होते हैं। यह समय योग के लिए बहुत ही अनुकूल होता है।
बिस्तर पर सीधे लेट जाएं
अब बात करते हैं उस योग विधि के बारे में। इस विधि में आठ, सोलह और बत्तीस संख्या का विशेष महत्व है। इसीलिए इस योग विधि को आठ, सोलह, बत्तीस योग विधि कहते हैं। इस विधि के अनुसार आप भोजन करने के बाद बिस्तर पर सीधे लेट जाएं। शरीर को ढीला छोड़ दें। जब शरीर पूरी तरह आराम की अवस्था में हो तो गहरी सांस लेना शुरू कर दें।
ध्यान रहे शरीर को ढीला छोड़ कर रखना है। जब आठ गहरी सांस पूरी हो जाए तो दाएं करवट लेट जाएं। और फिर गहरी सांस की गिनती शुरू कर दें। जब सोलह की संख्या पूरी हो जाएं तो करवट बदल कर बाएं करवट लेट जाएं। और फिर पहले की तरह अपनी गहरी सांसों की गिनती शुरू कर दें। जब गहरी सांसों की संख्या बत्तीस पूरी हो जाए तो समझें कि योग विधि का एक चक्र पूरा हो गया।
सांसों की संख्या
अब पुन: सीधे लेट कर योग विधि का दूसरा चक्र शुरू कर सकते हैं। सांसों की संख्या पहले की तरह आठ, उसका दो गुना सोलह और फिर उसका दोगुना बत्तीस के क्रम में गिनना है। इस क्रिया में आपका भोजन ठीक से पच जाता है और आपको भोजन की एनर्जी मिलनी शुरू हो जाती है। एनर्जी इतनी ज्यादा मिलती है कि आपको गहरी नींद आने लगती है।
अब यह आप पर निर्भर करेगा कि आप योग विधि का आनंद लेना चाहते हैं या नींद का। आप इस योग विधि के जितने अधिक चक्र पूरा करेंगे, उतनी ही ज्यादा उर्जा आपको मिलेगी। आपको महसूस होने लगेगा कि यही उर्जा ईश्वर है। सत्य है और है आनंद। फिर मिलेंगे योग की एक नई विधि के साथ। इस योग विधि से आपको क्या लाभ मिला, कमेंट करके हमें जरूर बताएं।