
किताबें हमारी विरासत हैं। किताबों को पलटना और ज्ञान के सागर में गोते लगाना हमारे संस्कारों में रच बस चुका है। आपको कैसा लगेगा, जब आपका स्मार्ट फोन भी किताबों की तरह खुलने लगे। और तो और, जब एक ही डिवाइस टैबलेट व स्मार्ट का काम करने लगे तो आप कैसा महसूस करेंगे? आप अपनी कल्पना के आधार पर अपने अनुभव शेयर कर सकते हैं। और हम आप से शेयर कर रहे हैं किताब की तरह खुलने वाले स्मार्टफोन के बारे में।
दरअसल, Microsoft Surface Duo स्मार्टफोन का इंतजार दुनिया के लाखों लोग कर रहे हैं। पिछले दो सालों में कई फोल्डेबल स्मार्टफोन लॉन्च हुए, लेकिन माइक्रोसॉफ्ट सरफेस डुओ की बात ही कुछ और है। Microsoft Surface Duo को पहली बार पिछले साल अक्टूबर में पेश किया गया था, लेकिन 10 महीने बाद भी फोन बाजार तक नहीं पहुंच पाया। लेकिन अब इसकी बिक्री शुरू होने की अटकलें तेज हो गई हैं।
बता दें कि Microsoft Surface Duo एक डुअल स्क्रीन स्मार्टफोन है जो कि एंड्रॉयड ऑपरेटिंग सिस्टम पर काम करता है। माइक्रोसॉफ्ट सरफेस डुओ एक ऐसा फोन है जो टैबलेट और मोबाइल दोनों का काम करता है। इसकी साइड में भी स्क्रीन है। किसी आम फोन की तरह आप इसका इस्तेमाल कॉलिंग आदि के लिए कर सकते हैं।
माइक्रोसॉफ्ट सरफेस डुओ एक एंड्रॉयड डिवाइस है। इसके लिए माइक्रोसॉफ्ट और गूगल मिलकर काम कर रहे हैं। इसमें आपको सभी तरह के एंड्रॉयड एप्स मिलेंगे। अभी तक यह तय नहीं है कि इसकी स्क्रीन को थर्ड पार्टी एप्स सपोर्ट करेंगे या नहीं। इसकी सबसे खास बात यह है कि आप किसी एप को ड्रैग करके पहली स्क्रीन से दूसरी स्क्रीन पर आसानी से ले जा सकते हैं। फोन की दोनों स्क्रीन पर आप एक साथ दो काम कर सकते हैं।
सवाल यह है कि सरफेस डुओ बाजार में पहले से मौजूद अन्य फोल्डेबल फोन से कितना अलग है। Surface Duo की तुलना Galaxy Z Fold 2 से करें तो गैलेक्सी जेड फोल्ड टू फोल्डेबल स्क्रीन वाला फोन है, लेकिन सरफेस डुओ एक डुअल स्क्रीन फोन है जो कि मुड़ नहीं सकता है।
माइक्रोसॉफ्ट के इस फोन में क्वॉलकॉम का स्नैपड्रैगन 855 प्रोसेसर है लेकिन फाइन वर्जन को स्नैपड्रैगन 865 या 865+ के साथ बाजार में उतारा जा सकता है। इसके अलावा फोन में 6GB रैम और 64/256GB जीबी स्टोरेज मिल सकती है। फोन में 3640mAh की बैटरी, फिंगरप्रिंट सेंसर और 11 मेगापिक्सल का कैमरा दिया गया है। माइक्रोसॉफ्ट सरफेस डुओ की कीमत 1500 डॉलर यानी करीब 1,12,383 रुपये हो सकती है, जो आम उपभोक्ता के लिए एक चुनौती भी हो सकती है।