
Monsoon Update: उत्तर पश्चिम भारत के राज्यों में अगले तीन दिनों में हल्की से मध्यम बारिश होने की संभावना है। वैसे, मानसून केरल देर से पहुंचा, लेकिन कई प्रदेशों में मानसून ने समय से पहले ही दस्तक दे दी। देश की राजधानी दिल्ली में 6 जुलाई तक बारिश होने का अनुमान लगाया गया है। यूपी, बिहार समेत उत्तर भारत के कई राज्यों में जमकर बारिश होगी। उत्तराखंड के देहरादून और नैनीताल में इतनी बारिश हुई कि केदारनाथ यात्रा को रोक दिया गया।
Monsoon Update: देश के कई राज्यों में मानसून सक्रिय
इंफोपोस्ट डेस्क
नई दिल्ली। Monsoon Update: देश के कई राज्यों में मानसून सक्रिय हो गया है। दिल्ली, यूपी से लेकर हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड तक जमकर बारिश हो रही है। बारिश के कारण मैदानी इलाकों में पानी भर गया है। वहीं, पहाड़ दरक रहे हैं। बारिश का असर उत्तराखंड में चार धाम यात्रा पर भी देखने को मिल रहा है।
भारी बारिश के चलते श्रद्धालुओं की संख्या में कमी आई है। हिमाचल प्रदेश की राजधानी शिमला में भी जोरदार बारिश हुई है। पांच दिनों में प्रदेश के छह जिलों में सामान्य से 40 प्रतिशत अधिक वर्षा दर्ज की गई। दिल्ली में भी अगले एक हफ्ते तक लगातार बारिश होने की संभावना जताई गई है।
राजस्थान, हरियाणा और पंजाब नहीं पहुंचा मानसून
केंद्रीय मौसम पूर्वानुमान एजेंसी इंडियन मेट्रोलाजिकल डिपार्टमेंट यानी आईएमडी की मानें तो अगले तीन जुलाई तक भारी और मूसलाधार बारिश हो सकती है। दक्षिण पश्चिम मानसून अगले दो दिनों में देश के सभी हिस्सों में पहुंच जाएगा। राजस्थान, हरियाणा और पंजाब के कुछ हिस्सों में मानसून अभी नहीं पहुंचा है।
उत्तराखंड के कुछ जिलों की बात करें, तो मंडी जिले में 3 जुलाई तक के लिए येलो अलर्ट जारी किया गया है। पहली जुलाई तक मध्य प्रदेश में हल्की से भारी बारिश होने की संभावना है। अगले पांच दिनों में कोंकड़, गोवा और मध्य महाराष्ट्र के घाट क्षेत्रों में भारी बारिश हो सकती है।
इन जनपदों में भारी बारिश के आसार
उत्तराखंड की राजधानी देहरादून सहित नैनीताल, टिहरी, पौड़ी, चमोली और बागेश्वर में अगले चार दिनों तक भारी बारिश हो सकती है। इसे देखते हुए मौसम विभाग ने यलो अलर्ट जारी किया है। इन जनपदों में कहीं-कहीं भारी बारिश के साथ बिजली चमक सकती है।
मौसम विभाग के निदेशक बिक्रम सिंह के मुताबिक, तीन जुलाई तक प्रदेश के इन जनपदों में भारी बारिश के आसार हैं। साथ ही पर्वतीय जनपदों में कहीं-कहीं गर्जन के साथ बिजली चमकने और हवा के साथ तीव्र से अति तीव्र बौछार पड़ सकती है।