हमारी संस्कृति के अद्भुत सिद्धांत संस्कृत के ग्रंथों में भरे पड़े हैं। एक श्लोक है—अभिवादनशीलस्य नित्यं वृद्धोपि सेविन:। तस्य चत्वारि वर्धन्ते आयु: विद्या यशो बलं। अर्थात नमस्कार करने वाले और रोज वरिष्ठों की सेवा करने वाले की आयु, विद्या, यश और बल ये चार चीजें बढ़ जाती हैं। कहने का मतलब हमारे शास्त्रों नमस्कार का विशेष महत्व है। शायद इसीलिए अधिकांश मंत्रों में नम: यानी नमस्कार शब्द लगा रहता है।
समस्त भौतिक अभिलाषाओं की पूर्ति का एकमात्र साधन है धन। धन से संसार की कोई भी भौतिक इच्छा की पूर्ति की जा सकती है। यही कारण है कि धन प्राप्ति की कामना हर कोई करता है और उसके लिए उद्यम करता रहता है। कई बार अथक प्रयत्नों के बावजूद धन की प्राप्ति नहीं हो पाती।
अगर आप भी जीवन में अथाह धन पाकर अमीर बनना चाहते हैं, तो आपको इस अदभुत उपाय को ध्यान से पढ़ना चाहिए। आपको नमस्कार मंत्र बेशुमार दौलत के मालिक बनना चाहते हैं। इन मंत्रों का अगर नियम से जाप करेंगे, तो धन के रास्ते खुलने लगेंगे। ये मंत्र इस प्रकार हैं-
ॐ धनाय नम:। धनाय नमो नम:। लक्ष्मी नम:। लक्ष्मी नमो नम:। लक्ष्मी नारायण नम:। नारायण नमो नम:। नारायण नम:। प्राप्ताय नम:। प्राप्ताय नमो नम:। लक्ष्मी नारायण नमो नम:। ये 10 मंत्र आपका जीवन और भाग्य बदल सकते हैं। इन्हें आजमा सकते हैं।