News Update 28j: आज पहली खबर क्रिकेट जगत से है। क्योंकि भारत ने तीसरे वनडे में भी वेस्टइंडीज को 119 रन से हरा दिया है। उधर, कामनवेल्थ गेम के सिलसिले में नीरज चोपड़ा के हटने के बाद पीवी सिंधु ध्वजवाहक बना दी गई हैं। बीएसएनएल को नया जीवन मिलने जा रहा है। यूपी भाजपा अध्यक्ष स्वतंत्रदेव सिंह ने इस्तीफा दे दिया है। मंकीपॉक्स का खतरा भांप कर उसके लिए वैक्सीन लाए जाने की योजना बनाई गई है। आइए, खबरों को विस्तार से समझते हैं।
News Update 28j: हैट्रिक के साथ 3-0 से सीरीज पर भारत का कब्जा
आईपी न्यूज डेस्क
News Update 28j: भारत और वेस्टइंडीज के बीच तीन मैचों की वनडे सीरीज का तीसरा मुकाबला पोर्ट ऑफ स्पेन के क्वींस पार्क ओवल मैदान में खेला गया। भारत ने तीसरे वनडे में भी वेस्टइंडीज को 119 रन से हरा दिया है। इसके साथ ही शिखर धवन की अगुवाई में टीम इंडिया ने वनडे सीरीज में 3-0 से सीरीज पर कब्जा कर लिया।
पहले बल्लेबाजी करते हुए टीम इंडिया ने डकवर्थ लुईस नियम के तहत विंडीज के सामने 35 ओवर में 257 रन का लक्ष्य रखा था। जवाब में वेस्टइंडीज की पूरी टीम 26 ओवर में 137 रन पर सिमट गई। ब्रैंडन किंग और निकोलस पूरन ने सबसे ज्यादा 42-42 रन बनाए। वहीं, भारत की ओर से युजवेंद्र चहल ने सबसे ज्यादा चार विकेट झटके। मोहम्मद सिराज और शार्दुल ठाकुर को दो-दो विकेट मिले।
इस मैच में बारिश ने दो बार खलल डाला और दोनों बार भारतीय पारी को ही बीच में रोकना पड़ा। पहली बार जब मैच रुका तो अंपयारों ने इसे 40 ओवर का कर दिया था। दूसरी बार रुकने पर मुकाबले को 35 ओवर पर साइड कर दिया गया। हालांकि, 35 ओवर का मैच होने की वजह से डीएलएस के तहत वेस्टइंडीज को 257 रन का लक्ष्य मिला। शुभमन गिल ने नाबाद 98 रन की पारी खेली। लेकिन बारिश की वजह से शतक नहीं बना सके। धवन ने 58 रन और श्रेयस अय्यर ने 44 रन की पारी खेली।
नीरज चोपड़ा के हटने के बाद पीवी सिंधु ध्वजवाहक
Commonwealth Games 2022: स्टार भालाफेंक एथलीट नीरज चोपड़ा के हटने के बाद पीवी सिंधु को बड़ी जिम्मेदारी सौंपी गई है। उन्हें राष्ट्रमंडल खेलों में आज प्रस्तावित उद्घाटन समारोह में भारत का ध्वजवाहक बनाया गया है। सिंधु को यह मौका लगातार दूसरी बार मिला है। वह पिछली बार ऑस्ट्रेलिया के गोल्ड कोस्ट (2018) में भी भारत की ध्वजवाहक बनाई गई थीं।
भारतीय ओलंपिक संघ के मुताबिक, दो बार की ओलंपिक पदक विजेता शटलर पीवी सिंधु को बर्मिंघम 2022 राष्ट्रमंडल खेलों के उद्घाटन समारोह में टीम इंडिया का ध्वजवाहक घोषित किया गया है। नीरज चोपड़ा की चोट के बाद भारोत्तोलक मीराबाई चानू और मुक्केबाज लवलीना बोरगोहेन पर विचार किया गया।
बीएसएनएल को मिलेगा नया जीवन, एक करोड़ 64 लाख रुपये का पैकेज
BSNL: केंद्रीय मंत्रिमंडल ने भारत ब्रॉडबैंड नेटवर्क लिमिटेड यानी बीबीएनएल के भारत संचार निगम लिमिटेड यानी बीएसएनएल में विलय को मंजूरी दे दी है। इस विलय के साथ बीएसएनएल को नया जीवन देने के लिए एक करोड़ 64 लाख रुपये का पैकेज दिए जाने की घोषणा की गई है। अब बीएसएनएल को अतिरिक्त 5.67 लाख किलोमीटर ऑप्टिकल फाइबर मिलेगा।
अब यूनिवर्सल सर्विस ऑब्लिगेशन फंड यानी यूएसओएफ का इस्तेमाल करके उसे देश की अलग-अलग ग्राम पंचायतों में रखा जाएगा। कैबिनेट ने BSNL/MTNL डेट रीस्ट्रक्चरिंग प्रस्ताव को भी मंजूरी दे दी है। इसके तहत बीएसएनएल की सेवाओं में सुधार भी किया जाएगा। इसके अलावा 4जी सेवाओं को भी शुरू किया जा सकेगा।
मनी लॉन्ड्रिंग एक्ट के तहत गिरफ्तारी गलत नहीं : सुप्रीम कोर्ट
Money Laundering Act: प्रिवेंशन ऑफ मनी लॉड्रिंग एक्ट यानी पीएमएलए के तहत प्रवर्तन निदेशालय यानी ईडी की ओर से की गई गिरफ्तारी, जब्ती और जांच की प्रक्रिया को चुनौती देने वाली याचिकाओं पर सुप्रीम कोर्ट ने कहा है कि इस एक्ट के तहत गिरफ्तारी गलत नहीं है। यानी ईडी की जांच प्रक्रिया में गिरफ्तारी की जा सकती है।
सुप्रीम कोर्ट का कहना है कि मामले की सूचना रिपोर्ट यानी ईसीआईआर को एफआईआर के साथ नहीं जोड़ा जा सकता है। ईसीआईआर प्रवर्तन निदेशालय का एक आंतरिक दस्तावेज है। आरोपी को ईसीआईआर देना अनिवार्य नहीं है और गिरफ्तारी के दौरान कारणों का खुलासा करना ही काफी है।
यूपी भाजपा अध्यक्ष स्वतंत्रदेव सिंह का इस्तीफा, प्रदेश की कमान किसे ?
Swatantradev Resignation: यूपी में बीजेपी अध्यक्ष के तौर पर तीन साल का कार्यकाल पूरा करने के बाद स्वतंत्र देव सिंह ने इस्तीफा दे दिया है। उन्होंने पार्टी के अध्यक्ष जेपी नड्डा को इस्तीफा भेज दिया है। अब यूपी में नया भाजपा अध्यक्ष चुने जाने पर मंथन जारी है। क्योंकि लोगों के मन में सवाल उठ रहे हैं कि भाजपा 2024 के आम चुनाव में प्रदेश की कमान किसे सौंपेगी?
प्रदेश का सियासी और जातीय समीकरण देखें तो लगता है कि या तो भाजपा इस बार ब्राह्मण चेहरा तलाश करेगी या फिर पिछड़ा और अत्यंत पिछड़ा वर्ग को साधने के लिए किसी दलित और ओबीसी समुदाय से किसी को चुनेगी।
कयासबाजी की बात करें तो पूर्व उप मुख्यमंत्री डॉ. दिनेश शर्मा, पूर्व ऊर्जा मंत्री श्रीकांत शर्मा, कन्नौज के सांसद एवं प्रदेश महामंत्री सुब्रत पाठक, अलीगढ़ के सांसद सतीश गौतम, नोएडा के सांसद डॉ. महेश शर्मा और प्रदेश उपाध्यक्ष विजय बहादुर पाठक की चर्चा काफी तेज है।
गलत सर्जरी से हर साल भारत में पांच लाख मौतें
Wrong surgery: गलत सर्जरी से हर साल देश में करीब पांच लाख लोगों की मौत हो जाती है। यह खुलासा हार्वर्ड यूनिवर्सिटी की स्टडी में हुआ है। नेशनल प्रैक्टिशनर डेटा बैंक यानी एनपीडीबी के मुताबिक, 67 प्रतिशत गलत सर्जरी के केस 40 से ज्यादा उम्र के डॉक्टर के हाथों हुए। 40 से कम वालों में ऐसे मामले सिर्फ 25 प्रतिशत हैं। इसकी वजह अति आत्मविश्वास है। क्योंकि अनुभवी डाॅक्टरों को लगता है कि वे गलती नहीं कर सकते, जिससे वे लापरवाह हो जाते हैं।
रिपोर्ट कहती है कि 60 या उससे ज्यादा उम्र के डॉक्टरों से इलाज कराने वाले 12 प्रतिशत मरीज भर्ती होने के औसतन 30 दिन के अंदर जान गंवा देते हैं। जैसे-जैसे डॉक्टर की उम्र बढ़ती जाती है, उनके मरीजों की मृत्यु दर भी बढ़ जाती है। 40 से कम उम्र के डॉक्टरों में ऐसे मरीज 10.8 प्रतिशत, 40 से 49 साल के बीच वालों में 11.1 प्रतिशत और 50 से 59 साल वालों में 11.3 प्रतिशत हैं।
मंकीपॉक्स का बढ़ा खतरा, बनेगी वैक्सीन
Monkeypox: मंकीपॉक्स के बढ़ते खतरे के बीच उसे रोकने के लिए वैक्सीन लाने की तैयारी तेज हो गई है। सरकार इसके लिए एक्सप्रेशन ऑफ इंटरस्ट यानी ईओआई या कहें टेंडर ला रही है। टेंडर मंकीपॉक्स की वैक्सीन बनाने और उसका पता लगाने वाली किट के लिए निकाला गया है।
अब इच्छुक दवा कंपनी 10 अगस्त तक ईओआई जमा कर सकती हैं। वैसे, मंकीपॉक्स की वैक्सीन पहले से भी मौजूद है। भारत में अब तक पांच मामलों की पुष्टि की जा चुकी है। कुछ संदिग्ध केस भी सामने आए हैं, जिनका टेस्ट हो गया है। रिपोर्ट आने पर ही पुष्टि की जा सकेगी।
महाराष्ट्र में आखिर चल क्या रहा है?
Eknath Shinde: महाराष्ट्र में नई सरकार के गठन के लंबे समय बाद भी मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे कैबिनेट का विस्तार नहीं कर सके हैं। इसी सिलसिले में वह दिल्ली जाकर वह बीजेपी के आलाकमान से मिलने वाले थे। लेकिन अंतिम समय में उन्होंने दौरा रद्द कर दिया। लोग अब शिंदे गुट और बीजेपी के बीच के समीकरण पर भी चर्चा करने लगे हैं।
News Update 28j: विपक्ष ने मंत्रिमंडल का विस्तार न कर पाने पर राज्य सरकार की आलोचना की है। विदर्भ-मराठवाड़ा में बारिश से बड़े पैमाने पर कृषि को नुकसान पहुंचा है। मंत्रिपरिषद का विस्तार न होने से किसी भी जिले में संरक्षक मंत्री नहीं है। विपक्ष ने सरकारी मदद न पहुंचने की भी आलोचना की है। राज्य सरकार का मानसून सत्र भी अभी तक नहीं बुलाया जा सका है।