RWA: नोएडा के सेक्टरों की समस्याओं पर चर्चा के लिए रेजीडेंट वेल्फेयर एसोसिएशन के पदाधिकारियों ने मंथन किया। भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता गोपाल कृष्ण अग्रवाल को भी समस्याओं से अवगत कराया गया।
RWA: आरडब्ल्यूए का राजनीतिक सशक्तिकरण
इंफोपोस्ट न्यूज
RWA: दोस्त संस्थान के वैचारिक प्लेटफार्म नोएडा डायलॉग संस्था की ओर से पिछले दिनों सेक्टर 56 स्थित कम्युनिटी सेंटर में तृतीय चरण के रूप में आरडब्ल्यूए के कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस मौके पर नोएडा के सभी सेक्टरों के आरडब्ल्यूए के पदाधिकारी उपस्थित रहे। चर्चा के दौरान कुछ पदाधिकारियों ने अपने सेक्टर की विभिन्न समस्याओं को भी मुख्य अतिथि भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता गोपाल कृष्ण अग्रवाल के सामने रखा।
कार्यक्रम में आरडब्ल्यूए का राजनीतिक सशक्तिकरण विषय पर व्यापक विचार विमर्श किया गया। गोपाल कृष्ण अग्रवाल ने समस्याओं के समाधान में आरडब्ल्यूए की बड़ी भूमिका पर अपने विचार रखे और कहा कि आरडब्ल्यूए की राजनीतिक भागीदारी के लिए मॉडल नगर राज बिल कानून इस क्षेत्र में लागू करना आवश्यक है।
आरडब्ल्यूए के संबंध में नीतिगत समाधान का प्रावधान
इसमें आरडब्ल्यूए के संबंध में एक नीतिगत समाधान का प्रावधान है। जिसमें आरडब्ल्यूए स्वैच्छिक नागरिक संघ के रूप में काम करता है। और आम जनता की रोजमर्रा की समस्याओं जैसे बिजली, पानी, सफाई, बागवानी आदि कार्यो पर सामूहिक निर्णय लेकर उसे अथॉरिटी के माध्यम से लागू करवा सकता है।
इसका केंद्र सरकार ने 2008 प्रारूप नगर राज बिल कानून तैयार किया है जिसे कई प्रदेशो ने जैसे मध्य प्रदेश, कर्नाटक, हरियाणा आदि ने लागू भी कर दिया है। हमें इसे नोएडा में अवश्य लागू करना चाहिए। मैं आप सबके सहयोग से इसे लागू करवाने की पहल करूंगा। पहले भी नीति निर्धारण के लिए इस क्षेत्र में मैं लगातार कार्य करता रहा हूं।
अथॉरिटी से फॉलोअप करने का आश्वासन
उन्होंने कुछ वर्तमान समस्याओं के समाधान के लिए अथॉरिटी से फॉलो अप करने का भी आश्वासन दिया। विशिष्ट अतिथि के रूप में डीडी आरडब्ल्यूए के अध्यक्ष एन. पी. सिंह, कॉनरवा के अध्यक्ष पीएस जैन और नोवरा अध्यक्ष रंजन तोमर ने अपने महत्वपूर्ण सुझाव दिए।
अन्य पदाधिकारियों ने भी अपने विचार रखे। इस अवसर पर संजय मावी, बलराज गोयल, राजीव गर्ग, मूलचंद गुप्ता, पवन गोयल, सत्यानारायान गोयल, अनिल माहेश्वरी, विनय अग्रवाल, अनुज अग्रवाल, जेपी उप्पल, अविनाश सिंह, कुबेर बिष्ट, आदि मौजूद थे।