Star Campaigner: बिहार विधानसभा चुनाव के लिए स्टार प्रचारकों की सूची में भाजपा ने छपरा से सांसद राजीव प्रताप रूडी और बिहार में भाजपा का मुस्लिम चेहरा सैयद शाहनवाज़ हुसैन को शामिल नहीं किया है। भोजपुरी अभिनेता रवि किशन भी भाजपा के स्टार प्रचारक के रूप में नजर नहीं आएंगे।
Star Campaigner: भाजपा की सूची से रूडी और शाहनवाज़ हुसैन बाहर क्यों?
श्रीकांत सिंह
नई दिल्ली। Star Campaigner: पूर्व केंद्रीय मंत्री शाहनवाज़ हुसैन का नाम स्टार प्रचारकों की सूची में न होना एक तरह से उन्हें संकेत है कि बिहार में जब तक नीतीश कुमार का साथ है, तब तक मुस्लिम मतदाताओं के लिए अन्य मुस्लिम नेता काफ़ी हैं। ऐसा पहली बार हो रहा है, जब छपरा से सांसद राजीव प्रताप रूडी या शहनवाज जैसे नेता भाजपा के स्टार प्रचारक के रूप में नहीं हैं।
भारतीय जनता पार्टी के अनुसार, स्टार प्रचारकों की सूची चुनाव के चरण और कार्यक्रम के हिसाब से अपडेट होती है। ऐसे में अभी सूची को फाइनल न माना जाए।
हैरानी की बात
लेकिन राजीव प्रताप रूडी के मुकाबले 2014 में भाजपा के साथ आने वाले औरंगाबाद से सांसद सुशील सिंह या केंद्रीय मंत्री राजकुमार सिंह का स्टार प्रचारकों की सूची में होना हैरानी की बात है। खैर, यह भाजपा नेतृत्व का फैसला है। हम भाजपा के लिए स्टार प्रचारक की भूमिका निभाने वाले नेताओं की सूची पर नजर डालेंगे।
भारतीय जनता पार्टी के लिए पहले नंबर पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी हैं। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री रघुवर दास और झारखंड विधायक दल के नेता बाबूललाल मरांडी भी भाजपा के प्रमुख स्टार प्रचारक के रूप में नजर आएंगे।
भोजपुरी अभिनेता रवि किशन भी स्टार प्रचारक नहीं
भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा, केंद्रीय मंत्री राजनाथ सिंह, अमित शाह के अलावा दिल्ली प्रदेश भाजपा के पूर्व अध्यक्ष और अभिनेता मनोज तिवारी भी प्रमुख स्टार प्रचारकों में होंगे। गोरखपुर से सांसद और भोजपुरी अभिनेता रवि किशन स्टार प्रचारक के रूप में नजर नहीं आएंगे।
महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री देवेंद्र फड़णवीस, बिहार प्रभारी भूपेंद्र यादव, केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह, प्रदेश अध्यक्ष डॉ. संजय जायसवाल, पार्टी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष राधामोहन सिंह और केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद प्रमुख स्टार प्रचारकों में हैं।
स्मृति ईरानी और बिहार की पूर्व प्रदेश उपाध्यक्ष निवेदिता सिंह भी स्टार प्रचारक की भूमिका निभाती नजर आएंगी। बिहार के कई दूसरे नेताओं को भी स्टार प्रचारक बनाया गया है। सूत्रों की मानें तो राजग में शामिल अन्य दलों के नेताओं के साथ भी भाजपा के स्टार प्रचारक मंच साझा कर सकते हैं।
स्टार प्रचारकों पर चुनाव आयोग की नजर
हर पार्टी कैंपेन के लिए अपने स्टार प्रचारकों को मैदान में उतारती है। कई बार तो इन प्रचारकों को प्लेन और हेलीकॉप्टर भी दिए जाते हैं। महत्वपूर्ण यह है कि इन प्रचारकों पर चुनाव आयोग की नजर होती है। इन पर होने वाले खर्च से संबंधित नियम कानून हैं। जिनके उल्लंघन से उम्मीदवार के लिए मुसीबत खड़ी हो सकती है।
चुनाव आयोग के नियमों के मुताबिक, मान्यता प्राप्त दल के लिए 40 और गैर मान्यता प्राप्त दल के लिए 20 स्टार प्रचारक हो सकते हैं। अगर कई चरणों में चुनाव होने हैं तो अलग-अलग चरण के लिए भी लिस्ट भेजी जा सकती है। और लिस्ट भेजने के बाद उसमें नाम जोड़े जा सकते हैं।
स्टार प्रचारक और उम्मीदवार का चुनावी खर्च
स्टार प्रचारक चाहे प्लेन से जाएं, ट्रेन से या फिर सड़क के रास्ते, उनके आने-जाने पर होने वाला खर्च कभी भी उम्मीदवार के खर्च में नहीं जोड़ा जाता। अगर पार्टी उनको चार्टर्ड विमान से भी भेजे तो उस खर्च को चुनावी खर्चे में नहीं जोड़ा जा सकता।
अगर प्रचारक होटल में ठहरता है तो उसका खर्च जरूर उम्मीदवार के चुनावी खर्च में जुड़ जाएगा। स्टार प्रचारक अगर किसी विधानसभा क्षेत्र में किसी वाहन से प्रचार करता है तो उसमें पर्सनल स्टाफ ही बैठ सकता है। अगर स्टार प्रचारक के अलावा किसी और नेता का स्टाफ उस वाहन में बैठता है तो भी उसका खर्च उम्मीदवार के चुनावी खर्चे में जुड़ जाएगा।