Supporting agitating farmers: सैकड़ों लोगों ने समाजवादी पार्टी की नीतियों से प्रभावित हो कर पार्टी की सदस्यता ग्रहण की। उन्हें समाजवादी पार्टी के जिलाध्यक्ष बीर सिंह यादव ने पार्टी की सदस्यता दिलाई। बीर सिंह यादव ने कहा कि कहा कि भाजपा सरकार के गठन से ही देश में किसानों का शोषण आरम्भ हो गया है।
Supporting agitating farmers: सैकड़ों लोगों ने ली समाजवादी पार्टी की सदस्यता
इंफोपोस्ट न्यूज
दादरी, उत्तर प्रदेश। Supporting agitating farmers: कृषि काननू के खिलाफ आंदोलन कर रहे किसानों के समर्थन के में गुरुवार को एनटीपीसी क्षेत्र के ततारपुर गांव में लक्खी सिंह की चौपाल पर समाजवादी पार्टी ने एक विचार गोष्ठी का आयोजन किया। इस दौरान सैकड़ों लोगों ने समाजवादी पार्टी की नीतियों से प्रभावित हो कर पार्टी की सदस्यता ग्रहण की।
सदस्यता ग्रहण करने वालों में मुख्य रूप से ग्राम प्रधान कुलदीप सिंह, तेजवीर सिंह सिसोदिया, मेजर रविन्द्र सिंह सिसौदिया, रणधीर सिंह सिसौदिया, सतवीर सिंह मुखिया, हरीश सिसौदिया, संगराम सिंह सिसौदिया, अमित राणा जी, सुरेंद्र राघव, अनुज तोमर, प्रेमप्रताप सिसौदिया, सुधीर राणा गब्बर, पवनेश सिंह राघव, मनोज चौहान, सुनील चौहान, कुशलपाल सिंह, लवकुश सिंह पुष्कर सिंह, कपिल तोमर, गोविंदा राघव, अंकित राणा, करण तोमर , राहुल राघव, ललित पुंडीर, अभिषेक राणा, रचित राणा, सुमंत्र राणा, करन राघव, बंटी चौधरी, प्रताप सिंह राणा आदि रहे।
उन्हें समाजवादी पार्टी के जिलाध्यक्ष बीर सिंह यादव ने पार्टी की सदस्यता दिलाई। इस मौके पर बीर सिंह यादव ने कहा कि कहा कि भाजपा सरकार के गठन से ही देश में किसानों का शोषण आरम्भ हो गया है। महंगे होते, खाद, बीज, कृषि उपकरण, बिजली आदि से किसान पहले ही बदहाल था। उसे अपनी फसल का उचित मूल्य भी नहीं मिल पा रहा था ऐसे में किसानों को राहत देने के बजाय सरकार द्वारा पूंजीपतियों के फायदा पहुचाने के लिए आनन फानन में किसान के हितो को दरकिनार करते हुए कानून बना दिए है।
देश का किसान सड़कों पर
आज पूरे देश का किसान सड़कों पर उतरकर भाजपा सरकार की नीतियों का विरोध कर रहा है, लेकिन सरकार अन्नदाता की मांगो को नहीं मान रही है और उनकी आवाज दबाने के लिए दमनकारी नीति अपना रही है। इस मौके पर ने इस किसान विचार गोष्ठी के संयोजक एवं सपा के वरिष्ठ नेता सुधीर तोमर ने कहा कि पूरे देश में भाजपा सरकार की नीतियों का पुरजोर विरोध हो रहा है ऐसे में सरकार अपनी गलतियों सुधार करने की बजाय तानाशाही रवैया अपनाकर किसानों की आवाज को दबाना चाहती है। सत्ता के नशे में चूर भाजपा को किसान की ताकत का एहसास नहीं है।
उन्होंने कहा कि समाजवादी पार्टी ने हमेशा किसानों के हित के लिए संघर्ष किया है और इस लड़ाई में भी किसानों के साथ खड़ी है। इस मौके पर मुख्य रूप से राजकुमार भाटी, लक्खी सिंह सिसौदिया, विजेंद्र सिंह मुखिया, विजेंद्र नागर, दीनदयाल शर्मा, प्रताप सिंह, राहुल राणा, इंद्र प्रधान, श्यामसिंह भाटी, विजेंद्र चौहान, जगपाल प्रधान, जतन भाटी, चंद्रपाल सेठ, अक्षय भाटी, जगबीर नंबरदार, जय यादव, कुलदीप भाटी, मनोज शर्मा, दीपक नागर, हैप्पी पंडित, अनीस अहमद, नरेंद्रपाल सेठ, सीपी सोलंकी, सुबोध राणा, राहुल शर्मा, सुंदर पंडित, कृष्ण नगर वकील सिद्दीकी, विक्रांत चौधरी प्रशांत भाटी समीर मेवाती सौरभ नागर, प्रदीप भाटी, राजुद्दीन आदि मौजूद रहे।