इंफोपोस्ट न्यूज, नोएडा। विश्व गर्भ निरोधक दिवस पर जनपद के सभी स्वास्थ्य केंद्रों पर गर्भ निरोधक साधनों के स्टॉल लगाए गए और दंपतियों को बास्केट ऑफ च्वाइस के जरिये अपना पसंदीदा गर्भ निरोधक साधन चुनने के लिए प्रोत्साहित किया गया।
मुख्य चिकित्सा अधिकारी (सीएमओ) डॉ. दीपक ओहरी ने जिला अस्पताल में आयोजित कार्यक्रम में कहा कि परिवार नियोजन के मुताबिक दो बच्चों के बीच कम से कम तीन वर्ष का अंतर जरूर होना चाहिए। शादी के दो वर्ष बाद पहला बच्चा हो तो उसका पालन पोषण अच्छी तरह से हो पाता है।
पसंद का गर्भनिरोधक साधन चुनने की सलाह
इससे दंपति को एक-दूसरे को समझने के लिए भी पर्याप्त समय मिल जाता है। इसलिए जरूरी है कि अपनी पसंद के मुताबिक गर्भ निरोधक साधन का चयन करें और पूरी तरह सोच समझकर भविष्य की तैयारी करें। इस अवसर पर जिला अस्पताल के मुख्य चिकित्सा अधीक्षक डॉ. वीबी ढाका ने कहा कि अनचाहे गर्भ के जोखिम से महिलाओं को बचाने के लिए गर्भ निरोधक साधन अपनाने चाहिए। जल्दी-जल्दी गर्भधारण मातृ एवं शिशु के स्वास्थ्य के लिए भी सही नहीं होता।
गर्भ निरोधक साधनों को अपनाकर जहां महिलाओं के स्वास्थ्य को बेहतर बनाया जा सकता है वहीं मातृ एवं शिशु मृत्यु दर को भी कम किया जा सकता है। परिवार नियोजन कार्यक्रम के नोडल अधिकारी डॉ. नेपाल सिंह ने बताया कि जनपद के बिसरख, दनकौर, जेवर, दादरी और भंगेल ब्लाक में परिवार नियोजन कार्यक्रम के शिविर लगाए जा रहे हैं।
परिवार नियोजन शिविर के लिए स्थान व दिन तय
इसके लिए दिन निर्धारित कर दिए गए हैं। हर सोमवार को बिसरख, मंगलवार को दनकौर, बृहस्पतिवार को जेवर, शुक्रवार को दादरी और भंगेल (सभी सामुदायिक केन्द्र) में नसबंदी शिविर लगाए जा रहे हैं।
जिला परिवार कल्याण विशेषज्ञ ने बताया कि शनिवार को जनपद के सभी स्वास्थ्य केंद्रों पर बास्केट ऑफ च्वाइस लगाई गई और इच्छुक लोगों को गर्भ निरोधक उपलब्ध कराए गए। जनपद में गर्भ निरोधक दिवस के मौके पर चार आईयूसीडी और आठ पीपीआईयूसीडी लगाई गईं। इसके अलावा छह महिलाओं ने अंतरा इंजेक्शन लगवाया गया।
परिवार नियोजन विशेषज्ञ ने बताया कि अब हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर पर भी गर्भनिरोधक इंजेक्शन अंतरा और गर्भनिरोधक गोली छाया मिलेगी। अभी तक इन दोनों साधनों की उपलब्धता प्राथमिक और सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों तक ही सीमित थी, लेकिन अब इसका दायरा जिले के सभी हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर तक बढ़ा दिया गया है, ताकि ज्यादा से ज्यादा महिलाएं इन दोनों को अपनाएं।
अंतरा केयर लाइन में पंजीकरण
उन्होंने बताया कि लाभार्थी महिलाओं का अंतरा केयर लाइन में पंजीकरण होगा, जहां से समय-समय पर उनकी काउंसिलिंग भी होती रहेगी। ग्रामीण इलाकों की महिलाएं अपने निकटवर्ती हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर पर जाकर इंजेक्शन लगवा सकती हैं।
अंतरा इंजेक्शन अनचाहे गर्भ को रोकने के लिए सुरक्षित व स्थायी गर्भनिरोधक विकल्पों में एक है। अंतरा का पहला इंजेक्शन लगवाते ही लाभार्थी को इस निशुल्क नम्बर पर (1800 103 3044) फोन करके अपना नाम पंजीकृत करवाना होता है।