सता का खेल तो चलेगा, सरकारें आएंगी, जाएंगी, पार्टियां बनेगी, बिगड़ेगी, मगर ये देश रहना चाहिए।
-अटल बिहारी वाजपेयी
पूर्व प्रधानमंत्री, कवि, लेखक, भारत रत्न अटल बिहारी वाजपेयी की आज पुण्यतिथि पर विशेष
हीरालाल प्रसाद, मोतिहारी। Vajpayee’s death anniversary:
Vajpayee’s death anniversary: पूर्व प्रधानमंत्री कवि हृदय अटल जी का पूरा जीवन देश को मजबूत बनाने में समर्पित रहा। अटल जी की छवि एक कुशल राजनेता दूरदृष्टा तथा कालजयी कवि की रही है। उनका विराट व्यक्तित्व विश्वव्यापी एवं सर्वसमावेशी था। उनकी अद्भुत व्यक्तित्व शैली की धूम पूरे राष्ट्र में रही।
वैश्विक मुद्दे पर भारत के कुटनीतिक दृढ़ता को रेखांकित करने वाले पहले भारतीय नेता अटल जी थे। गंभीर से गंभीर विषयों को हल्के-फुल्के हास्य अंदाज में साधे रखने का अंदाज देश के आम लोगों को खूब भाता था। अपने संवाद कौशल और भाषण कला में विख्यात अटल जी काफी लोकप्रिय रहे। कुल मिलाकर चाहे एक कुशल संगठन की भूमिका हो, चाहे मजे हुए राजनेता की, सहृदय कालजयी कवि या फिर अंतराष्ट्रीय विश्लेषक की अटल जी जैसा कोई दूसरा नहीं है।
अंतराष्ट्रीय स्तर पर दूरदृष्टा, दृढ़ निश्चयी और प्रखर प्रतिभा के धनी अटल जी के व्यक्तित्व को जब हम परखते हैं तो उनका व्यक्तित्व सबसे उंचाई पराकाष्ठा को छूता नजर आता है। उनके संपूर्ण व्यक्तित्व का मूल्यांकन करने से इस विश्वास की पुष्टि होती है कि संस्कारित व्यक्ति कितने ही उंचे पदों पर क्यों न पहुँच जाए, अपने सदगुणों को कभी नहीं छोड़ते।
अटल जी भारत माता के सच्चे सपूत थे। अटल जी आज हमारे बीच नहीं हैं पर अपने व्यक्तित्व एवं कृतित्व के माध्यम से सदैव हमारे बीच रहेगें। अटल जी ने वैसे तो एक से एक कालजयी कविता लिखे हैं आज उनके पुण्यतिथि पर उनके लिखे एक कविता समर्पित कर रहा हूं।
पाकिस्तानी पत्रकार ने रखा शादी का प्रस्ताव
देश के तीन बार पीएम बनने वाले अटल जी अपने हाजिर जवाबी के लिए भी काफी जाने जाते थे। एक बार तो उन्होंने पाकिस्तान को लेकर कुछ ऐसा बोल दिया था कि पूरा भारत उनका फैन हो गया था। दरअसल एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान पाकिस्तान की महिला पत्रकार ने उनके सामने शादी का प्रस्ताव रख दिया। इसके साथ ही मुंह दिखाई में कश्मीर मांग लिया। महिला पत्रकार के इस प्रस्ताव पर अटल जी ने जो जवाब दिया। वो काफी मजेदार था। अटल जी ने महिला पत्रकार के शादी के प्रस्ताव को सुनकर कहा कि फिर हमे दहेज में पाकिस्तान चाहिए। पूर्व पीएम अटल जी के जवाब को सुनकर पूरे हॉल में ठहाके गूंजने लगे। इतना ही नहीं वो पाकिस्तानी महिला पत्रकार भी मुस्कुरा उठी।
अटल जी ने कर दी थी अनोखी डिमांड
मामला सन् 1999 का है। जब पीएम की कुर्सी पर अटल बिहारी वाजपेयी बैठे थे। उन दिनों उन्होंने पाकिस्तान से रिश्तों को मधुर बनाने के लिए बस चलवाई थी। खास बात तो ये थी कि खुद अटल बिहारी वाजपेयी भी इस बस से पाकिस्तान गए थे। इसी दौरे के दौरान जब उन्होंने पाकिस्तान में मीडिया से बात की थी। उस वक्त ही महिला पत्रकार ने मुंह दिखाई में कश्मीर मांगा था।
अटल बिहारी वाजपेयी का मजेदार किस्सा
अटल बिहारी वाजपेयी के कई किस्से मशहूर हैं। जिनमें से एक पाकिस्तान वाला किस्सा था। भले ही आज वो हमारे बीच में नहीं हैं लेकिन आज भी अटल जी के हाजिरजवाबी की लोग दाद देते हैं। गौरतलब है कि अटल बिहारी वाजपेयी का निधन 16 अगस्त, 2018 को हुआ था। अपने इस जीवनकाल में वो तीन बार प्रधानमंत्री बने थे। जिसमें से एक बार तो महज 13 दिनों के लिए पीएम की कुर्सी संभाली थी।
जन्म-मरण का आवरित फेरा,
जीवन बंजारों का डेरा,
आज यहां, कल कहां कूच है,
कौन जानता किधर सबेरा
अंधियारा आकाश असीमित,
प्राणों के पंखों के तो लें।
अपने ही मन से कुछ बोले।
—अटल जी को सादर नमन
सुगौली के भाजपा कार्यकर्ताओं ने अटल बिहारी वाजपेयी को दी श्रद्धांजलि
सुगौली। पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के पुण्यतिथि पर सुगौली भाजपा कार्यकर्ताओं ने पार्टी कार्यालय में पूर्व मंत्री रामचंद्र सहनी भाजपा के वरिष्ठ नेता रामगोपाल खंडेलवाल, भाजपा नेता रामगोपाल एकबाल प्रसाद, विकास शर्मा, मुरारी पान्डेय, रवि पासवान आदि की पार्टी नेताओं ने पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी को पुष्प अर्पित कर उन्हें याद किया।