Vande Bharat Train: नई वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन कई सुविधाओं से लैस है। इसका यह नया और अपग्रेड वर्जन गांधीनगर से मुंबई सेंट्रल के बीच चलाया जा रहा है। इससे आरामदायक और बेहतरीन रेल यात्रा के एक नए युग का सूत्रपात हुआ है। बहुप्रतीक्षित यह ट्रेन सेमी हाई स्पीड ट्रेन है। गुजरात और महाराष्ट्र की राजधानियों को इस ट्रेन से जोड़ा गया है।
Vande Bharat Train: सप्ताह में छह दिन चलती है यह ट्रेन
इंफोपोस्ट न्यूज डेस्क
Vande Bharat Train: नई वंदे भारत ट्रेन रविवार को छोड़कर सप्ताह में छह दिन चलाई जा रही है। ट्रेन संख्या 20901 वंदे भारत ट्रेन मुंबई सेंट्रल से सुबह 6 बज कर 10 मिनट पर रवाना होगी और दोपहर 12 बज कर 30 मिनट पर गांधीनगर पहुंचेगी। अधिकारियों के मुताबिक मुंबई से वापसी के लिए यह ट्रेन संख्या 20902 दोपहर 2 बज कर पांच मिनट पर गांधीनगर से रवाना होगी और रात 8 बज कर 35 मिनट पर मुंबई सेंट्रल पहुंचेगी।
पश्चिम रेलवे जोन के सीपीआरओ सुमित ठाकुर के मुताबिक वंदे भारत एक्सप्रेस कई बेहतर सुविधाओं से लैस है। ट्रेन को 160 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से चलाया जा रहा है। पहली वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन को 2019 में 15 फरवरी को नई दिल्ली से वाराणसी मार्ग पर शुरू किया गया था। प्रत्येक कोच में 32 इंच की स्क्रीन लगी है। उससे यात्री सूचनाओं से अपडेट रह सकेंगे।
दिव्यांगों के अनुकूल शौचालय और सीट
दिव्यांगों के अनुकूल शौचालय और सीट के हैंडल को ब्रेल अक्षरों में उपलब्ध कराया गया है। वंदे भारत एक्सप्रेस में कई अपग्रेडेड सुरक्षा उपाय किए गए हैं। लोको पायलट केके ठाकुर के अनुसार इस ट्रेन में कोच के बाहर चार प्लेटफॉर्म साइड कैमरे दिए गए हैं। इनमें रियरव्यू कैमरे भी शामिल हैं। किसी भी आपातकालीन स्थिति में लोको पायलट और ट्रेन गार्ड आपस में और यात्रियों से भी बात कर सकते हैं।
नई वंदे भारत ट्रेनों में यात्रा को सुरक्षित और अधिक आरामदायक बनाने के लिए रिक्लाइनिंग सीट, स्वचालित फायर सेंसर, सीसीटीवी कैमरे, वाईफाई सुविधा के साथ ऑन डिमांड सामग्री, तीन घंटे का बैटरी बैकअप और जीपीएस सिस्टम आदि में सुधार किया गया है।
कुछ ही सेकेंड में 100 किलोमीटर की रफ्तार
चेन्नई स्थित इंटीग्रल कोच फैक्ट्री में इसे केवल 18 महीनों में तैयार कर लिया गया। यह कुछ ही सेकेंड में 100 किलोमीटर की रफ्तार पकड़ सकती है। गति और सुविधा के मामले में यह ट्रेन भारतीय रेलवे के लिए बड़ी छलांग है।
इस ट्रेन के सभी कोचों में ऑटोमैटिक दरवाजे, जीपीएस आधारित ऑडियो विजुअल यात्री सूचना प्रणाली, मनोरंजन के लिए ऑनबोर्ड हॉटस्पॉट वाई फाई की सुविधा है। इसकी आरामदायक कुर्सी यात्रा को और आसान बनाती है। एग्जीक्यूटिव में 180 डिग्री घूमने वाली सीटें लगी हैं। साइड रिक्लाइनर की भी सुविधा है।
ट्रेन में टच-फ्री सुविधाओं के साथ बायो वैक्यूम शौचालय भी हैं। प्रत्येक कोच में गर्म खाना और पेय पदार्थ परोसने की सुविधाओं के साथ एक पेंट्री है। ट्रेन में कुल 1 हजार 128 यात्रियों के बैठने की व्यवस्था है।
नए कोचों में लेवल टू सेफ्टी इंटीग्रेशन सर्टिफिकेशन
ट्रेन के बेहतर नियंत्रण के लिए नए कोचों में लेवल टू सेफ्टी इंटीग्रेशन सर्टिफिकेशन है। ट्रेन में बिजली गुल होने की स्थिति में हर कोच में चार इमरजेंसी लाइटिंग भी व्यवस्था है। ट्रेन को साइक्लोन और बाढ़ से मुकाबला करने के लिए मजबूत बनाया गया है। पहले इसकी क्षमता 400 एमएम तक की थी। नई ट्रेन में बढ़ाकर 600 एमएम कर दिया गया है।
इस साल की शुरुआत में रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने खजुराहो से भी वंदे भारत एक्सप्रेस के संचालन की घोषणा की थी। जल्द ही ये ट्रेनें पूरे देश में चलने लगेंगी। गांधीनगर और मुंबई सेंट्रल के बीच शुरू की जा रही नई वंदे भारत एक्सप्रेस देश की तीसरी वंदे भारत एक्सप्रेस है।