What the corona virus looks like: माइक्रोस्कोप से कोरोना वायरस की जो तस्वीर सामने आई है, उसमें पाया गया कि यह वायरस एक मिलीमीटर के एक लाखवें हिस्से के बराबर है। इसलिए यह हमारी आंखों से नहीं दिखता है। इसलिए तकनीक के सहारे इसकी तस्वीर ली गई है।
What the corona virus looks like: वायरस को माइक्रोमीटर में मापा गया
इंफोपोस्ट न्यूज
What the corona virus looks like: शोधकर्ताओं ने कोरोना वायरस (2019-nCoV) से चीन में सैकड़ों मौतों के बाद इस जानलेवा वायरस की माइक्रोस्कोप से ली गई तस्वीरें जारी की थी। हांगकांग यूनिवर्सिटी के एलकेएस फैकल्ट ऑफ मेडिसिन ने इस जानलेवा और खतरनाक वायरस की तस्वीर की कॉपी जारी की तो पता चला कि वायरस का आकार माइक्रोमीटर में है।
सवाल है कि इतना छोटा वायरस काम कैसे करता है और अपनी संख्या में तेजी से इजाफा कैसे करता है? इसे समझने से पहले जान लेते हैं कि कोरोना से बचाने वाला मास्क इलेक्ट्रॉन माइक्रोस्कोप से कैसा दिखता है? वैज्ञानिकों ने इसकी कई तस्वीरें जारी की हैं। यह तस्वीरें ईपी विसेंजी और स्मिथसोनियन म्यूजियम कंजरवेशन इंस्टीट्यूट ने लीं।
कॉटन के कपड़े से बना मास्क बेहतर
अलग-अलग कपड़े वायरस से भरी बूंदों और एयरोसॉल कहे जाने वाले बारीक कणों को कितने अच्छे से छानते हैं, वैज्ञानिकों ने इसे समझने के लिए यह प्रयोग किया। वैज्ञानिकों का दावा है, कॉटन के कपड़े से बना मास्क चित्र के अनुसार सिंथेटिक से बेहतर है।
अब समझते हैं कोरोना को। दरअसल, कोरोना वायरस का एक परिवार है। यह ठीक उसी तरह से है, जैसे दुनिया भर में अलग अलग नामों से आतंकी संगठन फैले हैं। कोरोना सार्स परिवार का वायरस है। अंग्रेजी में एसएआरएस लिखा जाता है, जिसका फुलफार्म है, सीवर एक्यूट रिसर्पेट्री सिंड्रोम। वायरस के इस परिवार की खासियत यह है कि ये सांस लेने में दिक्कत पैदा करते हैं।
सार्स वायरस भी चीन से आया था
सार्स वर्ष 2002 में चीन से फैला था। वर्ष 2012 में अरब से मर्स यानी एमईआरस नामक वायरस आया था। मर्स का फुलफार्म है, मिडिल ईस्ट रेस्परेट्री सिंड्रोम। आज हम जिस कोरोना महामारी से जूझ रहे हैं, उसका नाम था सार्स कोरोना वायरस 2। लेकिन इससे जो बीमारी फैली उसका नाम रखा गया, कोरोना वायरस डिसीज 2019। इसी को शार्ट में कोविड 19 कहते हैं।
वर्ष 2019 में चीन के वुहान शहर से कोरोना वायरस फैला था। इस वायरस का डीएनए चमगादड़ के डीएनए से मेल खाता है। जब यह वायरस हमारे शरीर में प्रवेश करता है, तो यह हमारे डीएनए की संरचना को बदल कर अपने डीएनए की संरचना में बदल देता है।
निष्कर्ष
What the corona virus looks like: हमारे शरीर में कोरोना वायरस मुख्य रूप से सांसों के रास्ते प्रवेश करता है और हमारे फेफड़ों को प्रभावित करता है। जिससे सांस लेने में दिक्कत होने लगती है। कोविड 19 बीमारी का प्रमुख लक्षण तेज बुखार, सूखी खांसी और सांस लेने में तकलीफ को माना जाता है। चर्चा जारी रहेगी। अगले आलेख में हम बताएंगे कि कोरोना वायरस हमारे फेफड़ों को ही क्यों निशाना बनाता है? यह आलेख कैसा लगा? आप हमें कमेंट करके जरूर बताएं।