
World Environment Day: पर्यावरण प्रदूषण देश दुनिया की चिंता का विषय बन चुका है। इस प्रदूषण ने खेती किसानी को भी काफी हद तक प्रभावित किया है। लोगों में जागरूकता भी आ रही है। कल 5 जून को विश्व पर्यावरण दिवस के मौके पर लोगों ने पौधे लगाए। आज करते हैं, उसी की पड़ताल।
World Environment Day: भारतीय मानवाधिकार परिवार की ओर से वृक्षारोपण
श्रीकांत सिंह और आरएस चौहान की रिपोर्ट
लखनऊ। World Environment Day: भारतीय मानवाधिकार परिवार की ओर से कल 5 जून को विश्व पर्यावरण दिवस के शुभ अवसर पर पौधे लगाए गए। इसी दिन संगठन के राष्ट्रीय अध्यक्ष गिरीश कुमार अवस्थी का अवतरण दिवस दिवस भी मनाया जाता है। इस अवसर पर चंद्र शेखर आजाद पार्क महानगर लखनऊ में मानवाधिकार परिवार की ओर से वृक्षारोपण किया गया।
संगठन के पदाधिकारी शिव कैलाश नारायण तिवारी, याशमीन खान, आशा देवी, जेड.यू. सिद्दीकी, जाकिया जमाल, ग्लोरिया टेलर, पैट्रिक टेलर, देब कुमार मुखर्जी, प्रशांत सिंह, सतवीर सिंह, संदीप शुक्ला, आलोक द्विवेदी, विशाल वार्ष्णेय, राम शिरोमणि चौहान, रामशंकर वर्मा, सचिन त्रिवेदी, शेखर धवन, स्वतंत्र लता श्रीवास्तव, शशि वर्मा, मकसूद अहमद खान, वसीउल्लाह खान, प्रभात जयसवाल, प्रमोद कुमार, अर्चना शर्मा, आस्था त्रिवेदी आदि मौजूद रहे।
उत्तर प्रदेश राज्य सड़क परिवहन निगम ने भी सैकड़ों पौधे लगवाए। प्रबंध निदेशक आरपी सिंह के नेतृत्व में चलाए गए पौधारोपण अभियान में विभाग के अन्य अधिकारियों और कर्मचारियों ने बढ़ चढ़ कर भाग लिया। श्री सिंह ने यह सुनिश्चित कर दिया था कि लगाए गए पौधों की उचित देखभाल की जाएगी।
इसलिए हर साल मनाया जाता है विश्व पर्यावरण दिवस
दरअसल, इंसान और पर्यावरण एक दूसरे के पूरक हैं। क्योंकि प्रकृति के बिना जीवन की कल्पना भी नहीं की जा सकती। ऐसे में इंसान का दायित्व है कि वह प्रकृति के साथ जीवन और विकास का तालमेल बिठाए।
फिर भी हमारा पर्यावरण प्रदूषित हो रहा है। उससे तरह तरह की समस्याएं पैदा हो रही हैं। उन्हीं समस्याओं में हमारा जीवन उलझ कर रह गया है। प्राकृतिक आपदाओं ने तो हमें डरा ही दिया है। सुखी और स्वस्थ जीवन के लिए पर्यावरण को बचाना जरूरी है। तभी तो हर साल विश्व पर्यावरण दिवस मनाया जाता है।
विश्व पर्यावरण दिवस की थीम और पृष्ठभूमि
हर साल पर्यावरण दिवस की कोई न कोई खास थीम होती है। इस साल विश्व पर्यावरण दिवस 2022 की थीम ‘Only One Earth’ यानी केवल एक पृथ्वी रखी गई है। उसका मतलब है कि ‘प्रकृति के साथ सद्भाव में रहना’ जरूरी है।
पहली बार 1972 में संयुक्तराष्ट्र संघ ने पर्यावरण दिवस मनाने की घोषणा की थी। तब से पूरी दुनिया में 5 जून को पर्यावरण दिवस मनाया जाता है। पर्यावरण दिवस को सबसे पहले स्वीडन की राजधानी स्टॉकहोम में मनाया गया। उसमें 119 देशों में हिस्सा लिया था।
भारत में पर्यावरण संरक्षण पर कानून
World Environment Day: पर्यावरण संरक्षण के मामले में भारत दुनिया में सबसे ज्यादा संजीदा है। तभी तो भारत ने पर्यावरण संरक्षण के लिए कानून बनाया है। यह कानून 19 नवंबर 1986 को पर्यावरण संरक्षण अधिनियम के रूप में लागू किया गया था।
जब पहली बार विश्व पर्यावरण दिवस मनाया जा रहा था तो भारत में भी पर्यावरण दिवस मनाया गया था। ततकालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी ने पर्यावरण संरक्षण पर आयोजित कार्यक्रम में प्रकृति के प्रति अपनी चिंताओं को जाहिर किया था।